Author: पी.एम. जैन
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अनेक संस्थाओं के मध्य हुआ सर्वोच्च विद्वान् डॉ.श्रेयांस जैन का सम्मान
कोपरगांव। देश के जाने माने जैन धर्म और सिद्वान्त के सर्वोच्च विद्वान् डॉ. श्रेयांस कुमार जैन बड़ौत का एक सामाजिक समरसता स्थापित करने के एक कार्यक्रम ... -
उपदेश वही सार्थक जिसका स्वयं के जीवन के साथ सीधा तालमेल हो -महावीर
महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव उपदेश वही सार्थक जिसका स्वयं के जीवन के साथ सीधा तालमेल हो –महावीर डॉ निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश) सभी धर्मों का प्रारंभ उसके सृजन ... -
19 वां नेत्र जांच, ऑप्रेशन एवं स्वास्थ्य जांच शिविर 31 मार्च
दिल्ली – अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन परिषद,पूर्वी दिल्ली सम्भाग एवं अहिंसा धाम अस्पताल पड़पडगंज द्वारा आयोजित 19 वां नेत्र जांच ऑप्रेशन एवं स्वास्थ्य जांच शिविर का ... -
आचार्य विद्यासागर विश्वविद्यालय की स्थापना की जाय-विद्वत्परिषद्
आचार्य विद्यासागर विश्वविद्यालय की स्थापना की जाय – विद्वत्परिषद् इन्दौर। 27 फरवरी । श्रमण संस्कृति के महान आचार्य के नाम पर ‘‘आचार्य विद्यासागर विश्वविद्यालय’’ की स्थापना ... -
संत शिरोमणि परम पूज्य आचार्य 108 श्री विद्यासागर जी महाराज के चरणों में भावभीनी विनियांजलि- डा.निर्मल जैन “जज”
संत शिरोमणि पूज्य आचार्य 108 श्री विद्यासागर जी, पवित्र,पावन,निर्मल आत्मा के चरणों में भावभीनी विनियांजलि। जिस वाणी को सुनने के लिए कान लालायित रहते थे आज ... -
संत शिरोमणि आचार्य108 श्री विद्यासागर जी महाराज की समाधि
डोंगरगढ़-युग दृष्टा ब्रहमांड के देवता संत शिरोमणि आचार्य प्रवर श्री विद्यासागर जी महामुनिराज आज दिनांक 17 फरवरी शनिवार तदनुसार माघ शुक्ल अष्टमी पर्वराज के अंतर्गत उत्तम ... -
उत्कर्ष समूह भारत का हुआ शपथ ग्रहण
भोपाल। मुनि श्री सुप्रभ सागर जी महाराज, मुनि श्री प्रणत सागर जी महाराज के सान्निध्य में उत्कर्ष समूह भारत के पदाधिकारियों की घोषणा झिरनो के जैन ... -
सिर्फ लेना ही नहीं देने की भी सोचना-2024 का संदेश डॉ निर्मल जैन (से.नि. न्यायाधीश)
नया साल! सबके अपने-अपने मिथक। फिर भी दुनिया भर में जाति और संस्कृति के भेदभाव के बावजूद सभी लोग नए साल को बड़े हर्सोल्लास के साथ ... -
*शक्ति का स्रोत साधन नहीं संकल्प है*-पं.जयपाल शर्मा
संकल्प” का संबंध सत्य और धर्म से होता है। उसका प्रयोग अधर्म और अत्याचार के लिए नहीं हो सकता। अधर्म पतन की ओर ले जाता है, ... -
बोलना समस्या है, तो चुप रहना भी समस्या है-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
प्रत्येक चिंतनशील मानस में यह एक सहज जिज्ञासा उत्पन्न होती है कि आखिर हमारे जीवन में इतनी समस्याएं क्यों? हम चाहते कुछ और हैं और हमारे जीवन ...