Author: पी.एम. जैन
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*पुज्यपाद स्वाध्याय तपस्वी वैज्ञानिक धर्माचार्य श्री कनकनंदी जी गुरुराज द्वारा समस्त श्रावको को हितोपदेश -*
जो संतवाद,मतवाद,गुरु परंपरावाद से रहित होकर किसी भी वीतरागी श्रमण की सेवा वैयावृत्ति करता है वह जीव समस्त अरिहंत,सिद्ध सहित पंच परमेष्ठि व तीन कम नौ ... -
‘सांसे हो रहीं कम, आओ पेड़ लगाएं हम’ इस संदेश के साथ किया गया वृक्षारोपण
आओ जीवन की सांसे लौटायें, चलो एक पेड़ स्वंय लगाएं ललितपुर। पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण की वजह से वृक्षारोपण की आवश्यकता इन दिनों अधिक हो गई ... -
क्षत्रिय राजपूत कुल में जन्में बालक गंगाधर प्रधान से वैज्ञानिक धर्माचार्य श्री कनकनंदी जी गुरुराज का महान सफर
आज से 68 वर्ष पूर्व उड़ीसा के ब्रह्मपुरी उत्कल में क्षत्रिय राजपूत कुल के श्रीमान मोहन जी प्रधान के घर में जन्मा अद्वितीय बालक गंगाधर प्रधान ... -
मंगल प्रवेश चातुर्मास हेतु श्रुताराधक संत क्षुल्लक श्री प्रज्ञांशसागर जी
परम पूज्य श्रुताराधक सन्त क्षुल्लक श्री प्रज्ञांशसागर जी गुरुदेव का चातुर्मास हेतु भजनपुरा दिल्ली में हुआ भव्य मंगल प्रवेश। गोहाना सोनीपत से विहार करते हुए यमुना ... -
आध्यात्मिक व धार्मिक साधना के साथ समाज को एक सूत्र में पिरोने का सुयोग -चातुर्मास
आध्यात्मिक व धार्मिक साधना के साथ समाज को एक सूत्र में पिरोने का सुयोग -चातुर्मास डॉ निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश) पावस काल उपलब्धियों का समय माना गया ... -
आचार्य श्री 108 ज्ञानभूषण जी मुनिराज का गुरुग्राम में संसघ चातुर्मास सुनिश्चित होने से मेवात क्षेत्र के सर्व समाज में हर्ष की लहर
गुरूग्राम- गुरु द्रोण की धार्मिक नगरी गुरुग्राम की पावन पवित्र धरा में जैन दिगंबर आचार्य श्री 108 ज्ञान भूषण महाराज रत्नाकर का संसघ चातुर्मास सुनिश्चित होने ... -
गणाचार्य विराग सागर महाराज को श्रद्धांजलि समर्पित
श्रमण संस्कृति के एक और दैदीप्यमान नक्षत्र का अवसान गणाचार्य विरागसागर जी महाराज का हुआ समाधिमरण, अपूरणीय क्षति महान गणाचार्य का महाप्रयाण आचार्य श्री विशुद्ध सागर ... -
म्यूजियम में या कबाड़ी के गोदाम में-डॉ निर्मल जैन (से.नि.जज )
म्यूजियम में या कबाड़ी के गोदाम में डॉ निर्मल जैन (से.नि.जज ) जो कुछ भी पुराना हो जाता है उसके लिए दो ही स्थान रह ... -
पैसा नहीं सत्कर्म बोलता है-डॉ निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
पैसा बचाने की अपेक्षा पैसे से किसी को बचा लिया जाए तो पैसा अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है । नहीं तो यह जमा पूंजी हमें पाप ... -
दृष्टिकोण को समझ लें तो न कोई आग्रह न विग्रह डॉ निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
दृष्टिकोण को समझ लें तो न कोई आग्रह न विग्रह डॉ निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश) एक सेवक अपने मालिक के पास आकर बोला -मालिक मैं अब आपकी सेवा ...