Author: पी.एम. जैन
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*जैन मंदिर में आयोजित हुआ विधान व वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव*
*•भगवान पार्श्वनाथ का हुआ भव्य महामस्तकाभिषेक* *पटना सिटी:27 अगस्त* हाजीगंज लंगूर गली स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में रविवार को यागमण्डल विधान व वेदी शुद्धि ... -
नौकरी, पदोन्नति और ज्योतिष-पारसमणि जैन*ज्योतिष विचारक* दिल्ली
जब हम नौकरी करते है चाहे वह किसी भी क्षेत्र की नौकरी हो तब हम यही चाहते है कि पदौन्नति(Promotion) नौकरी में होती रहे और जब ... -
#जैन धर्म का अति प्राचीन तीर्थ है गिरनार # डा.पवन गौड
भारतीय संस्कृति के विकास मे जैन धर्म का योगदान विषयक जे.ए.एस द्वारा शुरु की गई 19/8/23 की आनलाइन व्याख्यानमाला में #भगवान ऋषभदेव (आदिनाथ) और गिरनार तक ... -
तिलक (टीका) हाथ की किस उंगली से किसका करें- संकलन* पारसमणि जैन*ज्योतिष विचारक* दिल्ली
*♦️ तिलक ( टीका ) ♦️* हमारे सनातन धर्म की पूजा-पद्धति में तिलक का विशेष महत्व है। बिना तिलक धारण किए कोई पूजा सफल नहीं मानी ... -
जन्म कुण्डली अनुसार *गुरु ग्रह की महादशा* और परिणाम।संकलन-पारसमणि जैन *ज्योतिष विचारक* दिल्ली।
गुरु महादशा (गुरु महादशा) 16 वर्षों तक चलती है और आपके जीवन में सौभाग्य और ज्ञान प्रदान करती है। इस बात की प्रबल संभावना है कि ... -
सामूहिकता में विश्वास करके ही हम समाज का विकास कर सकते हैं:- विजय जैन राष्ट्रीय अध्यक्ष जैन मिलन
इंदौर:- वर्तमान की आवश्यकता है कि जैन समाज को अलग-अलग ना होकर एकजुटता दिखाकर कार्य करना होगा, हम सब महावीर के अनुयायी हैं और जीवन उपयोगी ... -
उनका मौन बहुत कुछ कह रहा है-डॉ. निर्मल जैन (से.नि) न्यायाधीश
एक प्रयोग करें किसी दिन वीतरागी के दर्शन करते हमय न उनकी स्तुति करें न उनको उनके गुणों का स्मरण कराएं अपितु उनके स्वरूप पर ध्यान ... -
जैन आचार्य कामकुमार नंदी जी महाराज की जघन्य हत्या के विरोध में सड़कों पर उतरा जैन समाज
जलूस निकालकर घंटाघर चौक पर किया प्रदर्शन, जताया आक्रोश, सौपा ज्ञापन ललितपुर। कर्नाटक में दिगम्बर जैन आचार्य काम कुमार नंदी जी महाराज की निर्मम हत्या पर ... -
धर्म मात्र सुनने,बोलने से नहीं आचरण से होता है-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश
युग बीतते हैं, सृष्टियाँ बदलती हैं। दृष्टियों में भी परिवर्तन आता है। कई युगदृष्टा जन्म लेते हैं। अनेकों की सिर्फ स्मृतियाँ शेष रहती हैं। लेकिन कुछ ... -
‘स्व’ का परित्याग करें, ‘पर’ के लिए जिएं-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.) जज
इस संसार में कोई भी काम- चाहे वह लौकिक हो या धार्मिक, बिना किसी की सहायता से नहीं किया जा सकता। हमें किसी न किसी रूप ...