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षड्यंत्रकारियों की लीला से तो कुबेर देवता भी हैरान हैं-पारसमणि जैन
आज समाज को नरक और पाप का भयंकर भय समझाकर खूब लूटा जा रहा है, जरा विचार कीजिए जो लोग जनता को पुण्य और ... -
श्री सम्मेद शिखर जी प्रकरण- नवबर्ष पर समस्त जैन समाज की पहली जीत
नई दिल्ली-1जनवरी नव वर्ष 2023 के पहले दिन, पहली बार देश के तीन महानगर दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद मे सड़कों पर उतर कर जैन ... -
अहिंसा की मिठाई, जुड़ाव की लक्ष्मी, सहिष्णुता के दीप(तीर्थंकर महावीर निर्वाण कल्याणक)-श्रीमती सरोज जैन
दीपों का उत्सव दीपावली हमारे दरवाजे पर एक नई उम्मीद, एक नई प्रेरणा लिए दस्तक दे रहा है। जिसमें तीर्थंकर महावीर के सूत्र समानता के ऐसे ... -
गाँधी टोपी उनके लिए राज मुकुट की तरह थी।*स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.श्री केशव शरण*
आज़ादी के बलिद़ान की पटकथ़ा उत्तर प्रदेश के मुऱाद़ाब़ाद जिले के स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री केशव शरण जैन के बिना अधूरी है। पुत्र और परिवार ... -
#*परचूनी पंडित* ही पैदा करते हैं भ्रमित होने की परिस्थिति।-पी.एम.जैन मो-9718544977
मैं व्यक्तिगत किसी पंडित महापुरुष का विरोधी नहीं हूॅं मैं सिर्फ़ ऐसे परचूनियों से बचने का सुझाव दे रहा हूॅं जिनके पास-पंचांग ज्ञाता-पंचांगकर्ता की ... -
क्षुल्लिका 105 ज्ञानमोती माता जी के सानिध्य में 48 दिवसीय भक्तामर महाअर्चना आज से प्रारंभ,17 जुलाई को होगी चातुर्मास कलश स्थापना
धनौरा मंडी(अमरोहा,उ.प्र.)16 जुलाई- 21 वीं सदी के वात्सल्य मूर्ति परम पूज्य आचार्य 108 श्री ज्ञानभूषण जी महामुनिराज की सुयोग्य शिष्या क्षुल्लिका रत्न, सरल हृदया ... -
वास्तुशास्त्र में रंगों का महत्व -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर
रंग हज़ारों वर्षों से हमारे जीवन में अपनी जगह बनाए हुए हैं। यहाँ आजकल कृत्रिम रंगों का उपयोग जोरों पर है वहीं प्रारंभ में ... -
मज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव -2022, कंगन घाट,पटना साहिब
*जैन श्रद्धालुओं ने गाजे-बाजे के साथ किया मुनि प्रमाण सागर महाराज की भव्य अगवानी, आज से शुरू होगा जैनियों का पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव।* ▪️स्वागत ... -
हममें तो वे मानवीय गुण भी नहीं जो रावण में थे-डॉ.निर्मल जैन(न्ययाधीश)
पर्व एक नाम दो -विजयदशमी और दशहरा। अर्थात् जिन दस प्राणों -स्पर्शन, रसना, घ्राण, चक्षु, कर्ण (पाँच इन्द्रियाँ), मनबल, वचनबल, कायबल, आयु और श्वासोच्छवास ... -
जो जीवों के हित में कहा जाय वह सत्य धर्म है
जो जीवों के हित में कहा जाय वह सत्य धर्म है -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर, सत्य धर्म केवल सत्य-सत्य कबोलना ही नहीं है ...