लेख-विचार
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सिर्फ लेना ही नहीं देने की भी सोचना-2024 का संदेश डॉ निर्मल जैन (से.नि. न्यायाधीश)
नया साल! सबके अपने-अपने मिथक। फिर भी दुनिया भर में जाति और संस्कृति के भेदभाव के बावजूद सभी लोग नए साल को बड़े हर्सोल्लास ... -
बोलना समस्या है, तो चुप रहना भी समस्या है-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
प्रत्येक चिंतनशील मानस में यह एक सहज जिज्ञासा उत्पन्न होती है कि आखिर हमारे जीवन में इतनी समस्याएं क्यों? हम चाहते कुछ और हैं और ... -
षड्यंत्रकारियों की लीला से तो कुबेर देवता भी हैरान हैं-पारसमणि जैन
आज समाज को नरक और पाप का भयंकर भय समझाकर खूब लूटा जा रहा है, जरा विचार कीजिए जो लोग जनता को पुण्य और ... -
कमंडलों ने समाज में फैला डाले सैकड़ों मंडल- पी.एम.जैन
आज कुछ कमंडलधारियों ने मंडलों के माध्यम से समाज में कुछ ऐसा आपसी विद्रोह फैला दिया है कि देश और समाज में शांति की ... -
जाग बन्धु जाग और *जरा सोच-विचार*-पी.एम. जैन
समाज में नवनिर्मित मठ-मंदिर मत बनाओ जो बनें हैं उन्हें बचाओ का आंदोलन शुरू होना चाहिए तभी हमारी समाज का पैसा तितर-बितर होने से ... -
जो प्यासे हो तो साथ रखो अपना पानी भी,विरासत में तुम्हें कोई कुआं नहीं देगा। डॉ. निर्मल जैन (से.नि.जज)
जो प्यासे हो तो साथ रखो अपना पानी भी, विरासत में तुम्हें कोई कुआं नहीं देगा। डॉ. निर्मल जैन (से.नि.जज) विज्ञान का एक सिद्धांत ... -
उनका मौन बहुत कुछ कह रहा है-डॉ. निर्मल जैन (से.नि) न्यायाधीश
एक प्रयोग करें किसी दिन वीतरागी के दर्शन करते हमय न उनकी स्तुति करें न उनको उनके गुणों का स्मरण कराएं अपितु उनके स्वरूप ... -
धर्म मात्र सुनने,बोलने से नहीं आचरण से होता है-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश
युग बीतते हैं, सृष्टियाँ बदलती हैं। दृष्टियों में भी परिवर्तन आता है। कई युगदृष्टा जन्म लेते हैं। अनेकों की सिर्फ स्मृतियाँ शेष रहती हैं। ... -
‘स्व’ का परित्याग करें, ‘पर’ के लिए जिएं-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.) जज
इस संसार में कोई भी काम- चाहे वह लौकिक हो या धार्मिक, बिना किसी की सहायता से नहीं किया जा सकता। हमें किसी न ... -
सत्य-साँसों के साथ का या बंद साँस के बाद का-डॉ. निर्मल जैन (से.नि.जज)
सत्य जीवन के हर मोड़ पर एक पारदर्शी आंख है। सत्य को कोई कैसे भी परिभाषित करले सत्य, सत्य ही रहेगा। सत्य केवल आचरण से परिलक्षित होता है। सत्य ...