लेख-विचार
-
भगवान की मोहर लगाकर उन्हे मनुष्य और धरती से अलग मत करो-डाॅ निर्मल जैन *जज*
हम उन्हे स्थान विशेष में स्थापित बिम्ब के रूप में देख रहे है, वो बिम्ब में ही नहीं सर्वत्र गोचर हैं, विदध्यमान हैं। भगवान की मोहर लगाकर उन्हे मनुष्य ... -
अहिंसा की मिठाई, जुड़ाव की लक्ष्मी, सहिष्णुता के दीप(तीर्थंकर महावीर निर्वाण कल्याणक)-श्रीमती सरोज जैन
दीपों का उत्सव दीपावली हमारे दरवाजे पर एक नई उम्मीद, एक नई प्रेरणा लिए दस्तक दे रहा है। जिसमें तीर्थंकर महावीर के सूत्र समानता के ऐसे ... -
ऐसा होना होता है राम होना- डॉ. निर्मल जैन (जज)
अनुकरण और अनुसरण दो शब्द एक अक्षर के भेद से बने दिखाई देते हैं। पर दोनो के मूल तात्विक अर्थ में बहुत अंतर है। ... -
भरे पेट और खाली दिमाग वालों का TIME PASS डॉ. निर्मल जैन (जज)
मुंगेरीलाल के सपने देखने वाले वो कुछ भरे पेट और खाली दिमाग वालों का TIME PASS सम्मेलन था। उनमें से एक बोला –मैं बरसों से जज ... -
भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में संयुक्त राष्ट्र संघ का सकारात्मक संकेत-प्रो.उदयभान सिंह
18 मई 2022 को संयुक्त राष्ट्र संघ के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग द्वारा विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाएं नामक अपनी रिपोर्ट जारी ... -
*संयुक्त परिवार से होती है बच्चों में नैतिक मूल्यों की स्थापना :महेंद्र पाटनी*
लाडनू 14 मई 2022। शनिवार को नगर की प्रमुख सामाजिक संस्था युवक परिषद के तत्वावधान में “पीढ़ियों के बीच में गहराता द्वंद्व: समाधान के ... -
अपने से भी तो पूछ कर देखें क्या हम भी अपने हैं?- डा.निर्मल जैन *जज*
कोई किसी का नहीं होता, यह कह देना आम हो गया है। लेकिन कभी अपने से भी तो पूछ कर देखें -क्या हम भी अपने ... -
शॉर्टकट हमें दुखों केचक्रव्यूह में फंसाता है-डा.निर्मल जैन (जज)
हम मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों आदि सभी पूजा स्थलों में अपने आराध्य को पूजते हैं। सर्वत्र महापुरुषों के स्थूल शरीर के गुण-गान चलते हैं। किंतु उन महापुरुषों ... -
आखिर हम चाहते क्या हैं?-डॉ. निर्मल जैन (जज)
इन दिनों प्रबुद्ध वर्ग सोशल मीडिया पर अनगिनत समस्याओं से जूझ रहा है। हमारी नई पीढ़ी उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर वैज्ञानिक बने, अच्छा अधिवक्ता, न्यायाधीश, चार्टर्ड ... -
सास कभी माँ नहीं होती-🙏पढ़ें-पढाऐं और शेयर करें 🙏
इतने सरल शब्दों में *माँ और सास* का भेद समझाया है कि इस कथानक को घर घर में बार बार पढ़ा जाना चाहिए…. आप ...