धर्म-कर्म
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रेवाड़ी में ऐतिहासिक रहा भगवान पार्श्वनाथ निर्वाण महोत्सव
उज्जवल भविष्य हेतु तीर्थ संरक्षण के लिए आगे आएं – आचार्य अतिवीर मुनि प्रशममूर्ति आचार्य श्री 108 शान्तिसागर जी महाराज (छाणी) परंपरा के प्रमुख ... -
*नशामुक्ति की तरह शाकाहारमय हो बिहार तभी बनेगा आदर्श राज्य -जैन संत प्रमुख सागर*
3 दिनों के अल्प प्रवास के बाद जैन साधुओं का संघ पटना से नालंदा की ओर हुआ रवाना *पटना सिटी :* शराबबंदी, नशामुक्ति पर ... -
मुनि प्रमाण सागर जी महाराज का मनाया गया 35 वां दीक्षा जयंती, शुरू हुआ पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव।*, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने किया महोत्सव का उद्घाटन, लिया आशीर्वाद।
*पटना सिटी :* मुनि श्री 108 प्रमाण सागर सागर जी महाराज का 35 वां दीक्षा दिवस महोत्सव कंगन घाट स्थित बने पंचकल्याणक प्रतिष्ठा मुख्य ... -
*भगवान महावीर जन्मकल्याणक पर निकाली गई भव्य शोभायात्रा, जियो और जीने दो से गुंजायमान हुआ नगर।*
*पटना सिटी:* जैन धर्म के अंतिम 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की 2621वीं जन्म कल्याणक महोत्सव पर जैन समुदाय ने गुरुवार को खाजेकलां स्थित ... -
मज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव -2022, कंगन घाट,पटना साहिब
*जैन श्रद्धालुओं ने गाजे-बाजे के साथ किया मुनि प्रमाण सागर महाराज की भव्य अगवानी, आज से शुरू होगा जैनियों का पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव।* ▪️स्वागत ... -
दिगंबर जैन परवार समाज की महावीर जन्म कल्याणक उत्सव की तैयारियां पूर्ण।
इंदौर:- इंदौर दिगंबर जैन समाज का अभिन्न अंग परवार समाज भगवान महावीर के जन्म कल्याणक के उत्सव में अपनी सहभागिता पूर्ण उत्साह के साथ ... -
रानी बाग दिल्ली में अभूतपूर्व प्रभावना के साथ संपन्न हुआ चातुर्मास गुरुभक्त समीर जैन परिवार को मिली पिच्छी व मुख्य कलश
नई दिल्लीः 21नबंर!प्रशममूर्ति आचार्य श्री 108 शान्तिसागर जी महाराज (छाणी) परंपरा के प्रमुख संत परम पूज्य आचार्य श्री 108 अतिवीर जी मुनिराज का 16वां ... -
दान और पूजा आचरण में समाहित कर आत्मकल्याण करें : जैनाचार्य श्री उदारसागर जी
बकस्वाहा – जैन तीर्थ नैनागिरि की पावन भूमि पर पाषाण से भगवान बनाने और आत्मा से परमात्मा बनाने की प्रक्रिया की जा रही है ... -
ब्रह्मचर्य हमें सदाचरण और सामाजिक संस्कृति की सीख देता है
ब्रह्मचर्य हमें सदाचरण और सामाजिक संस्कृति की सीख देता है -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर, उत्तम ब्रह्मचर्य हमें सदाचरण और सामाजिक संस्कृति की सीख ... -
वस्तुओं से ममत्व का परित्याग आकिंचन्य धर्म है
वस्तुओं से ममत्व का परित्याग आकिंचन्य धर्म है -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर, यह मेरा है, इस प्रकार के अभिप्राय की निवृति, इस ममत्व ...