धर्म-कर्म
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रानी बाग दिल्ली में अभूतपूर्व प्रभावना के साथ संपन्न हुआ चातुर्मास गुरुभक्त समीर जैन परिवार को मिली पिच्छी व मुख्य कलश
नई दिल्लीः 21नबंर!प्रशममूर्ति आचार्य श्री 108 शान्तिसागर जी महाराज (छाणी) परंपरा के प्रमुख संत परम पूज्य आचार्य श्री 108 अतिवीर जी मुनिराज का 16वां ... -
दान और पूजा आचरण में समाहित कर आत्मकल्याण करें : जैनाचार्य श्री उदारसागर जी
बकस्वाहा – जैन तीर्थ नैनागिरि की पावन भूमि पर पाषाण से भगवान बनाने और आत्मा से परमात्मा बनाने की प्रक्रिया की जा रही है ... -
ब्रह्मचर्य हमें सदाचरण और सामाजिक संस्कृति की सीख देता है
ब्रह्मचर्य हमें सदाचरण और सामाजिक संस्कृति की सीख देता है -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर, उत्तम ब्रह्मचर्य हमें सदाचरण और सामाजिक संस्कृति की सीख ... -
वस्तुओं से ममत्व का परित्याग आकिंचन्य धर्म है
वस्तुओं से ममत्व का परित्याग आकिंचन्य धर्म है -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर, यह मेरा है, इस प्रकार के अभिप्राय की निवृति, इस ममत्व ... -
दान से इस भव में यश, पर भव में सुख मिलता है
दान से इस भव में यश, पर भव में सुख मिलता है -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर, 9826091247 अनुग्रह की भावना अर्थात् स्वयं अपना ... -
दोउ काम नहिं होत सयाने
दोउ काम नहिं होत सयाने -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर, दोउ काम नहिं होत सयाने, विषय भोग अरु मोक्षहु जाने।। मुक्ति प्राप्त करना है ... -
सम्यग्दर्शन के साथ शुचिता ही उत्तम शौच है – आचार्य अतिवीर मुनि
प्रशममूर्ति आचार्य श्री 108 शान्तिसागर जी महाराज (छाणी) परंपरा के प्रमुख संत परम पूज्य आचार्य श्री 108 अतिवीर जी मुनिराज ने श्री शान्तिनाथ दिगम्बर ... -
स्वयं पर स्वयं के नियंत्रण का नाम है संयम
स्वयं पर स्वयं के नियंत्रण का नाम है संयम -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर, संयमका मतलब है स्वयं का स्वयं पर नियंत्रण। इस स्वयं ... -
उत्तम शौच लोभ परिहारी
उत्तम शौच लोभ परिहारी -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर,शौच नाम सुचिता का है, पवित्रता का है। शुचिता-पवित्रता का सबसे बड़ा शत्रु है। लोभ। लोभ ... -
दुनिया में शांति लाने का उपाय है आर्जव धर्म
दुनिया में शांति लाने का उपाय है आर्जव धर्म -डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’,इन्दौर दुनिया में सुख शांति लाना है तो आर्जव धर्म अपनाना चाहिए। ...