देश
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🌺पेंशन आदि जैसी सरकारी सुविधाऐं उन्हें लेनी चाहिए जो वास्तविक रूप से परेशान हैं-स्व.श्रीमती सत्यवती जैन🌺
स्व. श्री नरेन्द्र कुमार जैन की याद में फिर याद आया इतिहास का 15 अगस्त 1996नई दिल्ली -: पारस पुँज हिन्दी मासिक समाचार पत्र ... -
भगवान महावीर 2621 वां जन्म कल्याणक 14 अप्रैल 2022 विशेष : सभी आधुनिक समस्याओं का समाधान देते हैं तीर्थंकर महावीर के सिद्धांत -डॉ. सुनील जैन संचय ललितपुर
हर साल देश दुनिया में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को भगवान महावीर के जन्मकल्याणक के रुप में मनाया जाता है। भगवान ... -
युद्ध कोई लड़े, वह हमारे विरुद्ध है -डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर
युद्ध कोई लड़े, वह हमारे विरुद्ध है-डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर जब युद्ध दो देशों के मध्य चल रहा होता है तब उससे अप्रभावित ... -
महावीर को जानने के लिए महावीर जैसा ही बनना होगा- डॉ.निर्मल जैन(जज)
महावीर को जानने के लिए महावीर जैसा ही बनना होगा (महावीर जन्म कल्याणक)-डॉ.निर्मल जैन(जज) तन-मन के शोधन के लिए व्रत, उपवास किए जाते हैं और ... -
डाक विभाग द्वारा आचार्य श्री विद्यासागर जी के पदारोहण दिवस पर विशेष आवरण पृष्ठ का अनावरण
इंदौर :- आज 21 नंबर भारतीय डाक विभाग द्वारा आचार्य 108 श्री विद्यासागर महाराज के 50 वे आचार्य पदारोहण दिवस के उपलक्ष में विशेष ... -
“राष्ट्रपति भवन में सर्वोच्च जैन साध्वी का मंगल उद्बोधन”
भारत गणतंत्र के *राष्ट्रपति माननीय श्री रामनाथ जी कोविंद के व्यक्तिगत आमंत्रण पर जैन समाज की सर्वोच्च साध्वी भरतगौरव गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी का ... -
भारत को *आत्मनिर्भर भारत* नहीं बनने देंगी कुछ ब्रांडेड कंपनियाॅ-P.m.Jain
नई दिल्ली– देश के प्रधानमंत्री द्वारा चलाए जा रहे *वोकल फोर लोकल*और*आत्मनिर्भर भारत* अभियान के तहत देश के बेरोजगार युवाओं को मकड़जाल में फंसाया जा ... -
गाय/संतों से समृद्धि : 11-12-13 June,2021 : दोप. 2 से 4
“भारत” की “अस्मिता-संस्कृति-संस्कार” को पुनर्स्थापित करने के उद्देश्य से एवं जो अभी तक “मार्केट” नहीं किया गया है, जैसे हमारी संस्कृति, सभ्यता, भारतीय जीवन-शैली ... -
कोरोना महामारी में सम्पूर्ण जैन समाज तन-मन-धन से समर्पित होकर कर रहा है भारतवासियों की सेवा
*कोरोना महामारी में सम्पूर्ण जैन समाज तन-मन-धन से समर्पित होकर कर रहा है भारतवासियों की सेवा* *”घर-घर में हुआ महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव का भक्तिमय ... -
कविता शीर्षक :-“भारतीय” :- जैनआचार्य 108 श्री विशुद्ध सागर महाराज
आज 03 मई, सोमवार, को सम्मेदशिखर तीर्थ, झारखंड में, दोपहर में सामयिक के बाद गुरुदेव ने स्वानुभव से एक बहुत ही सुंदर कविता लिखी..जिसका ...