इतिहास
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*खण्डहर मंदिर, कोर्ट में केश, विवाद निपटारा, जीर्णोद्धार प्रारंभ, अब होने जा रहा पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव।*
●500 वर्ष प्राचीन पटना गुरारा जैन मंदिर का क्या है इतिहास! *पटना सिटी:* लंगूर गली स्थित श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन गुरारा मंदिर का ... -
नैनागिरी में चार सौ वर्ष प्राचीन एकमात्र अप्रकाशित पाण्डुलिपियां
चार सौ वर्ष प्राचीन एकमात्र अप्रकाशित पाण्डुलिपि नैनागिरि में -डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’ आचार्य श्री देवनन्दि दिगम्बर जैन स्वाध्याय एवं शोध संस्थान, नैनागिरि में ... -
सिन्धु सभ्यता मे जैन पंरपरा पर सार गर्भित वक्तव्य
आज सिन्धु सभ्यता मे जैन पंरपरा पर सार गर्भित वक्तव्य डा0 मैनुअल जोजेफ जी ने दिया इष विषय पर वर्षों के गहन अध्ययन को ... -
🌹प्राचीन ब्राह्मी लिपि की तीन दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन -देश-विदेश के लोगों ने सीखी ब्राह्मी लिपि🌹
प्राचीन ब्राह्मी लिपि की तीन दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन -देश-विदेश के लोगों ने सीखी ब्राह्मी लिपि” ( माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ... -
जैन धर्म के इतिहास और पुरातत्व से समृद्ध है अयोध्या।
अयोध्या मे जैन तीर्थंकरो के इतिहास और परंपरा को सहेजने के उत्तर प्रदेश शासन के आदेश का जैन समाज स्वागत करता है और शासन ... -
‘गणतंत्र’ का जनक दुनिया का पहला गणराज्य वैशाली और भगवान महावीर स्वामी-डॉ. सुनील जैन संचय, ललितपुर
गणतंत्र का अर्थ है हमारा संविधान – हमारी सरकार- हमारे कर्त्तव्य- हमारा अधिकार। इस व्यवस्था को हम सभी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते ... -
1943 में ही सुभाषचंद्र बोस ने स्वाधीन भारत की अन्तरिम सरकार बना ली थी
1943 में ही सुभाषचंद्र बोस ने स्वाधीन भारत की अन्तरिम सरकार बना ली थी नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने 21 अक्टूबर 1943 को ही सिंगापुर ... -
वैभारगिरि की ऐतिहासिक मुनिसुव्रत जिन-प्रतिमा👉डॉ० महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’,
प्राचीन मगध की राजधानी राजगृह के वैभारगिरि पर्वत पर उत्खनन में एक प्राचीन जैन मन्दिर प्राप्त हुआ है। गर्भगृह के अतिरिक्त मन्दिर की परिक्रमा ... -
हमारे भारत देश में कब चलता था एक लाख रुपये का नोट
हम सभी भारतीयों ने वर्तमान में भारतीय मुद्रा के प्रचलन में एक, दो, पाँच, दस, पचास, सौ, पाँच सौ और दो हजार रुपये के ... -
जैन दर्शन का 46 वर्ष पूर्व का ऐतिहासिक प्रसंग*
*गुरुणामगुरु आचार्य श्री महावीरकीर्ति जी महायतिराज के आदेश* *जिनके वरदानदायी हस्तकमलो से युगश्रेष्ठ योग्यतम महानतम सन्त बना पट्टाचार्य* *श्रेष्ठ संघ हेतु आगमानुसार पंचाधारो की ...