प्रवचन
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आचार्य श्री ने प्रवचन में कहा जब तक भगवान नहीं मिलते तब तक आचार्य परमेष्ठी की शरण लेवे
⛳इंदौर (तिलक नगर 13jan) दिगम्बर जैन समाज के सबसे बड़े संत आचार्य श्री १०८ विद्या सागर जी महाराज ने तिलक नगर में प्रवचन दिए। ... -
एक क्षण में जो कर्म बांधता है उसका फल अनेक जन्मों तक भोगने के लिए बाध्य होना पड़ता हैं👉आर्थिका विन्ध्य श्री माता जी
डीमापुर(नागालैण्ड)!!महावीर भवन में ससंघ विराजमान दिगम्बर जैन महान साध्वी परम पूज्य गणिनी आर्यिका शिरोमणि गुरूमाँ 105 विन्ध्यश्री माताजी* ने धर्म चर्चा के दौरान कहा ... -
क्षमता और सामर्थ्य हो तो संकल्प वचन सिद्धि-नियम का पालन किया जा सकता है-आचार्य सुनील सागर जी
सागवाड़ा!!आचार्य सुनील सागर जी महाराज ने शनिवार को ऋषभ वाटिका स्थित सन्मति समवशरण सभागार में प्रवचन में कहा कि क्षमता और सामथ्र्य हो तो ... -
भारतीय संस्कृति,सत्कार सिखाती है तिरस्कार नहीं:- आचार्य 108 विभव सागर महाराज।
महावीर की देशना को जन जन तक पहुंचा पाना परोपकार:- आचार्य 108 विभवसागर महाराज। भारतीय संस्कृति,सत्कार सिखाती है तिरस्कार नहीं:- आचार्य 108 विभव सागर ... -
मन में निर्मलता नहीं, तो तन की सुंदरता व्यर्थ है:- आचार्य 108 विभव सागर महाराज।
इंदौर :- बाहरी जगत में जब सुंदरता की बात चलती है तो हमारा मन रूप औऱ रंग की व्याख्या करता है जबकि रूप का ... -
रामाशाय दिगम्बर जैन मंदिर, मल्हारगंज में आचार्य ससंघ का मंगल प्रवेश एवं प्रवचन ।
इंदौर:- भौतिक या आध्यात्मिक लक्ष्य की प्राप्ति हेतु साधना की जाती है और इसकी शुरुआत एक छोटे से कदम से होती है। महावीर की ... -
समयसार ग्रंथ हमारे आचार्यों का, हमारे लिए दिया गया वरदान है। :- आचार्य 108 विभव सागर महाराज
इंदौर :- शास्त्र उस दीपक की तरह होते हैं जो आत्मा और हमारे जीवन को प्रकाशित कर देते हैं। शास्त्र पढ़ते समय, अपने भगवान ... -
उत्साह शक्ति के द्वारा कोई भी सफलता के शिखर पर पहुँच सकता है👉आ. विभव सागर जी महाराज
उत्साह शक्ति के द्वारा कोई भी सफलता के शिखर पर पहुंच सकता है। व्यक्ति अपना व्यावसायिक, गृहस्थ जीवन, धर्म और मोक्ष संभाल सकता है जो ...