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Home›राज्य›पंजाब रेल हादसा के बाद जिंदा इंसानों की मर गई थी इंसानियत

पंजाब रेल हादसा के बाद जिंदा इंसानों की मर गई थी इंसानियत

By पी.एम. जैन
October 26, 2018
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“मृतकों के लूटे जा रहे थे मोबाइल और वॉलेट”

नई दिल्ली -: (19 अक्टूबर) अमृतसर रेल हादसे में शिकार हुए लोगों की चीखे -पुकार आज भी लोगों के कानों में गूँज रही हैं| ऐसे में घटना से जुड़ी एक ऐसी जानकारी सामने आई है जो लोगों की इंसानियत पर सवाल खड़े करती है सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि हादसे के बाद जब लोग घायल अवस्था में रेल की पटरी पर पड़े हुए थे, तब कुछ लोग ऐसे भी थे जो उनकी मदद करने के बजाय उनके पैसे और आभूषणों को लूटने में जुटे हुए थे|
मृतक इंसानों के साथ जिंदा इंसानों की इंसानियत यहाँ तक मर गई कि जिन लोगों की इस हादसे में मौत हो गई उनको भी नहीं बक्शा गया|
एक हिन्दी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों का कहना है कि जब उन्हें शव मिले तो उनके पास से मोबाइल फोन, वॉलेट, ज्वैलरी जैसी चीजें गायब थीं|
अधिक जानकारी से पता चला कि हादसे में 17 वर्षीय बेटे को खो चुकीं ज्योति कुमारी बताती हैं कि जब उन्हें सिविल अस्पताल में बेटे का शव मिला तो उन्होंने पाया कि उसका 20 हजार का फोन, गोल्ड की चैन और उसका वॉलेट सब गायब था|

वहीं कमल कुमार नाम के एक शख्स बताते हैं कि उनका 19 वर्षीय बेटा अपने दोस्तों के साथ विजय दशमी देखने गया था लेकिन बाद में वह उसका शव लेकर वापस लौटे| कमल कुमार ने कहा कि उनके बेटे का फोन अभी तक गायब है|

इस हादसे में घायल हुए दीपक ने बताया कि हादसे में उनकी बेटी की मौत हो गई और उनका बेटा काफी गंभीर हालत में है उन्होंने बताया कि पैर में आई चोट की वजह से वह हिल नहीं पा रहे थे, लेकिन जब उन्होंने मदद के लिए आवाज दी तो एक शख्स आया और उनके मोबाइल फोन को उठाकर भाग गया|

इस हादसे में अब तक लगभग 60 लोगों की मौत हो गई है| रेल की चपेट में 100 से ज्यादा लोग आ गये थे |जानकारी के मुताबिक, यह कार्यक्रम स्थानीय कांग्रेस नेता द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नि नवजोत कौर सिद्धू भी पहुँच थीं| इस विवाद के बाद सिद्धू ने कहा था कि जब यह हादसा हुआ तो वह मौके से निकल चुकी थीं|

लेकिन हादसे के कुछ दिनों के उपराँत सिद्धू के दिल में कुछ इंसानियत ने जन्म लिया और उन्होंने हादसे में शिकार हुए अनाथ व लाचार परिवारों को गोद ले लिया है उनका कहना है कि सिद्धू एवं उनकी पत्नी के रहते हुए कोई भी बच्चा पढ़ाई, दवाई से वंचित नहीं रहेगा और किसी का चूल्हा भी सूना नहीं रहेगा यह सिद्धू का दावा है |

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