पिता पक्ष को समर्पित
*पिता की सख्ती बर्दाश करो,ताकि काबील बन सको!
• *पिता की बातें गौर से सुनो, ताकि दुसरो की न सुननी पड़े!
• *पिता के सामने ऊँचा मत बोलो वरना भगवान तुमको निचा कर देगा!
• *पिता का सम्मान करो, ताकि तुम्हारी संतानें तुम्हारा सम्मान करें!
• *पिता की इज्जत करो, ताकि इससे फायदा उठा सको!
• *पिता का हुक्म मानो, ताकि खुशहाल रह सको!
• *पिता के सामने नजरे झुका कर रखो, ताकि भगवान तुमको दुनियाँ में आगे करे!
• *पिता एक किताब है जिस पर अनुभव लिखा जाता है!
• *पिता के आँसू तुम्हारे सामने न गिरे, वरना भगवान तुम्हे दुनियाँ से गिरा देगा!
*माँ का मुकाम तो बेशक़ अपनी जगह है ! पर पिता का भी कुछ कम नही, माँ के कदमों मे स्वर्ग है पर पिता स्वर्ग का दरवाजा है, अगर दरवाज़ा ना ख़ुला तो अंदर कैसे जाओगे ?.
* गर्मी हो या सर्दी लेकिन पिता अपने बच्चों की रोज़ी रोटी की फ़िक्र में परेशान रहता है, ना कोई पिता के जैसा प्यार दे सकता है ना कर सकता है!
*याद रख़े सूरज गरम ज़रूर होता है मगर डूब जाए तो अंधेरा छा जाता है!
संसार के सभी “पिता पक्ष” को समर्पित- पी.एम.जैन, चीफ एडिटर (पारस पुँज) एवं “ज्योतिष विचारक” दिल्ली
फोटो सोर्स सोशल मीडिया