‘सिरि भूवलय’ से निःसृत मंगलाचरण
9वीं- 10वीं शताब्दी में लिखे गये अंकमय महायंत्र ‘सिरि भूवलय’ के एक से ग्यारहवें अध्याय के तक के कन्नड श्लोकों के 30वें 30वें अक्षरों को संकलित कर मंगलाचरण निःसृत होता है वह दिया जा रहा है। इससे मंगलं भगवान् वीरो… अभी किन्हीं के द्वारा चलाया हुआ है इसका समाधान है।-डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’