Paras Punj

Main Menu

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

logo

Paras Punj

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा
धर्म-कर्म
Home›धर्म-कर्म›एक महान दिगम्बराचार्य तपस्वी सम्राट प. पू. श्री सन्मति सागर जी महाराज की त्याग -तपस्या

एक महान दिगम्बराचार्य तपस्वी सम्राट प. पू. श्री सन्मति सागर जी महाराज की त्याग -तपस्या

By पी.एम. जैन
December 10, 2018
6215
0
Share:
एक महान दिगम्बराचार्य तपस्वी सम्राट प.पू.सन्मति सागर जी महाराज (फफोतू,जिला एटा) की त्याग -तपस्या
गुरुदेव श्री १०८ आचार्य सन्मतिसागर महाराज
भोजन नहीं करते थे. वे ४८ घंटो में एक बार मट्ठा
और पानी लेते थे| आपने आचार्य १०८ महावीर कीर्ति जी महाराज
से 18 साल की आयु में ब्रहमचर्य व्रत लेते
ही नमक का त्याग कर दिया . सन 1961 में
 
आचार्य विमलसागर महाराज से क्षुल्लक
दीक्षा लेते ही दही,तेल व
घी का त्याग कर दिया था.सन 1962 में मुनि
दीक्षा लेते ही आपने शक्कर का
भी त्याग कर दिया सन 1963 में आप ने चटाई का
भी त्याग कर दिया और 1975 में आपने अन्न का
भी त्याग कर दिया. सन 1998 में उन्होंने दूध का
भी त्याग कर दिया. सन 2003 में उदयपुर में मट्ठा
और पानी के अलावा सबका त्याग कर दिया. उन्होंने
रांची में 6 माह तक और इटावा में 2 माह तक
पानी का भी त्याग किया. उन्होंने अपने
एक चातुर्मास में 120 दिनों में केवल 17 दिन आहार लिया.दमोह
चातुर्मास में उन्होंने एक आहार एक उपवास फिर दो उपवास
एक आहार तीन उपवास एक आहार ………इस
तरह बढते हुए, 15 उपवास एक आहार, 14 उपवास एक
आहार, 13 उपवास एक आहार ……….. से करते करते एक
उपवास एक आहार, तक पहुँच कर सिंहनिष्क्रिदित महा कठिन
व्रत किया. उन्होंने अपने 49 साल के तपस्वी
जीवन में लगभग 9986 उपवास किये. लगभग
27.50 सालों से भी अधिक उपवास किये| सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आपके बारे में
आचार्य 108 पुष्पदंत सागर महाराज ने यहाँ तक कहा है कि
 महावीर भागवान के बाद आपने ने
इतनी तपस्या की है. सन1973 में
उन्होंने शिखरजी की निरंतर 108 वंदना
की थी.वे भरी सर्दियों में भी
 चटाई नहीं लेते थे. गुरुदेव 24 घंटो
में केवल 3 चार घंटे ही विश्राम करते थे. वह
पूरी रात तपस्या में लगे रहते थे.उन्होंने
समाधी से 3 दिन पहले उपवास साधते हुए लोगो का
कहने का बावजूद आपना आहार नहीं लिया.
अपनी समाधी से पहले दिन यानि
23-12-2010 को आपने अपने शिष्यों को पढ़ाया और शाम को
अपना आखरी प्रवचन भी
समाधी पर ही दिया. और सुबह 5.50
बजे आपने अपने आप पद्मासन लगाया भगवन का मुख
अपनी तरफ करवाया और अपने प्राण 73 वर्ष
की आयु में 24-12-10 को आँखों से छोड़ दिए. ऐसे
तपस्वी सम्राट को मेरा कोटि कोटि नमन|
Previous Article

बॉलीवुड के कुछ “सुपर स्टार” सितारे जो ...

Next Article

राजस्थान में 3000 रूपये लीटर बिकता है ...

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

Related articles More from author

  • धर्म-कर्म

    जबरी बाग नसिया जी मे मानस्तंभ जिनबिम्बो का महामस्तकाभिषेक एवं क्षमा वाणी समारोह संपन्न।

    October 16, 2018
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    प.पू.आचार्य श्री सन्मति सागर जी महाराज का 9वाँ समाधिदिवस, 24 दिसम्बर 2018

    December 17, 2018
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    शारदीय नवरात्रि अष्टमी-नवमी पुजन विजय दशमी योग-संकलन👉बाबूलाल शास्त्री टोक (राज.)

    October 24, 2020
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    लोहड़ी का त्यौहार और खुशनुमा मौसम

    January 14, 2019
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    *जरूरत है पुनः क्रियोद्धार की*👉जे. के संघवी

    June 17, 2020
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    आचार्य श्री 108 ज्ञानभूषण जी मुनिराज का गुरुग्राम में संसघ चातुर्मास सुनिश्चित होने से मेवात क्षेत्र के सर्व समाज ...

    July 8, 2024
    By पी.एम. जैन

  • Uncategorizedजैन समाचार

    जैन संतों के विहार में हुआ बड़ा हादसा

  • अपराध

    उ.प्र.पुलिस ने चार फर्जी पत्रकारों को दबोचा,2100 रूपयें में बने थे पत्रकार

  • धर्म-कर्म

    माँ-बाप से कभी नहीं करवायें घर के 2 काम वरना जिंदगी भर रहेंगे परेशान

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • भीतर से खोखले ही होते हैं-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
  • गोमेद व अम्बिका यक्ष-यक्षी की स्वतंत्र युगल प्रतिमाएँ

Find us on Facebook

विज्ञापन

मेन्यू

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • Home
  • Contact Us