श्री दशरथ पुत्र भरत जी के नाम से भारत नहीं! जैन तीर्थंकर श्री ऋषभदेव के पुत्र भरत जी के नाम से भारत-पी.एम.जैन
नई दिल्ली -: जैनधर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान 1008 श्री ऋषभदेव जी के पुत्र चक्रवर्ती राजा भरत जी के नाम पर हमारे देश का नाम भारत रखा गया था जिसका जिक्र बैष्णव हिन्दु धार्मिक ग्रंथ “श्री मद् भागवत” में लगभग 2 घंटे के जैनधर्म प्रकरण में दिया गया है और भारतीय इतिहास के साथ- साथ जैन धार्मिक ग्रंथों एवं बैष्णव परम्परा के अनेक ग्रंथों में वर्णित है |
लेकिन कुछ अधकचरे विद्वानगण जैनधर्म से जुड़ी इस सच्चाई को लेकर जनता के बीच फर्जी बाडा कर रहे हैं उन अधकचरों का कहना है कि हमारे देश का भारत नाम दशरथ जी के पुत्र भरत जी के नाम पर रखा गया था जोकि जैन समुदाय के लिए एक विचारणीय प्रश्न है |
आज जैन समाज के सभी लोगों को सच्चाई लुप्त होने से पहले जागना चाहिए और धार्मिक व इतिहास के प्रमाणिक प्रमाण प्रेषित करके देश -विदेश की जनता को प्रचार -प्रसार के जरिये उपरोक्त सच्चाई से अवगत कराना चाहिए कि जैनधर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान 1008 श्री ऋषभदेव जी के पुत्र चक्रवर्ती राजा भरत जी के नाम पर ही हमारे देश का नाम भारत रखा गया था |