नई दिल्ली -: 13 दिसम्बर!! “नवलेखा” शब्द संस्कृति भाषा से लिया गया है जिसका हिंदी भाषा में अर्थ -“नये लेख की शुरुआत” से जोड़ा जाता है नवलेखा अर्थात नया लेख हिंदी और भारत के अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में लिखे जाने वाले कंटेंट को इंटरनेट पर लाने के लिए गूगल ने गुरूवार को दिल्ली के आईटीसी मौर्या होटल में एक नई पहल के साथ शुरूआत की है|
जिसमें गूगल के विशेष निमंत्रण पर पाारसमणिजैन (पारस पुुँज),प्रमोद कौशिक, अभिनव प्रकाश,डा.उदयभान सिंह, दिनेश कुमार भारती, रवि कुमार ककरवाल, कुु.गरिमा सिंह, राकेश कुमार, ओमपाल प्रसाद, Dr. Za. Raj आदि दिल्ली सहित अन्य प्रदेशों से मीड़िया से जुड़े अनेकों बन्धुओं ने भाग लिया|
उद्घाटन की सुप्रभात के शुभावसर पर गूगल टीम ने भी बड़े ही डिजिटल ढंग से नवलेखा वेबसाइट के विषय में समझाया और लोगों की शंका का समाधान भी किया गया |
आपको बता दें कि इंडियन गूगल ने अपने नवलेखा प्रोजेक्ट के अंतर्गत हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं के पब्लिशर्स को एक ऐसा मौका दिया है जिससे वह अपने समाचार पत्र, मैगजीन आदि को पीडीएफ सहित ऑनलाइन पब्लिश कर सकेंगे| जिसके फल-स्वरूप बड़ी तादाद में हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में लिखे जाने वाले कंटेंट इंटरनेट पर आ सकेंगे और एक लम्बे समय तक सुरक्षित भी रहेंगे|
गूगल का यह “नवलेखा” प्रोजेक्ट “डॉट पेज” से पहचाना जायेगा| पब्लिशर्स के कंटेंट का गूगल फ्री होस्टिंग करेगा ! उन्हें ब्रांडेड डोमेन देगा और यह तीन साल तक फ्री होगा साथ ही साथ गूगल सपोर्ट भी देगा ताकि उनके कंटेंट से उन्हें कमाई हो सके|
जानकारी के लिए बता दें कि गूगल के नवलेखा ग्राहक नवलेखा पेज पर जाकर फ्री पब्लिकेशन वेबसाइट के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं| गूगल के नवलेखा से जुड़ने के लिए सबसे पहले साइन-अप करें! इसके बाद गूगल की टीम आपके एप्लिकेशन को रिव्यू कर आपसे सम्पर्क में रहेगी| रजिस्टर्ड इंडियन पब्लिकेशन वेबपेज पर जाकर साइन-अप कर सकते हैं|-पी.एम.जैन (चीफ एडिटर )