नई दिल्ली -: 2 जनवरी!! क्रिकेट जगत में खिलाड़ियों को कोहनूर हीरे की तरह तराशने वालेे और देश को सचिन तेंदुलकर जैसा खिलाड़ी देने वाले एक महान कोच रमाकाँत आचरेकर का बुधवार को निधन हो गया । वह 87 वर्ष के थे !पिछले कुछ दिनों से वह कुछ बीमारियों से जूझ रहे थे।आचरेकर ने अपने कैरियर में सिर्फ एक प्रथम श्रेणी का मैच खेला लेकिन उन्हें सर डॉन ब्रेडमैन के बाद दुनियाँ के सबसे बड़े क्रिकेटर तेंदुलकर को तलाशने और तराशने का श्रेय जाता है । क्रिकेट को अलविदा कह चुके तेंदुलकर के नाम बल्लेबाजी के लगभग सारे रिकार्ड है । उन्होंने टेस्ट में सर्वाधिक 15921 और वनडे में सबसे ज्यादा 18426 रन बनाये हैं । आचरेकर उनके बचपन के कोच थे और तेंदुलकर ने अपने कैरियर में उनकी भूमिका का हमेशा उल्लेख किया है ।आचरेकरशिवाजी पार्क में उन्हें क्रिकेट सिखाते थे। तेंदुलकर ने पिछले साल एक कार्यक्रम में अपने कैरियर में आचरेकर के योगदान के बारे में कहा था ,‘‘ सर मुझे कभी ‘वेल प्लेड’ नहीं कहते थे लेकिन मुझे पता चल जाता था जब मैं मैदान पर अच्छा खेलता था तो सर मुझे भेलपुरी या पानीपुरी खिलाते थे ।’’ आचरेकर को 2010 में पद्मश्री से नवाजा गया था । तेंदुलकर के अलावा वह विनोद कांबली, प्रवीण आम्रे, समीर दिघे और बलविंदर सिंह संधू के भी कोच रहे ।