नई दिल्ली. भारतीय सूचना प्रसारण मंत्रालय अब फर्जी पत्रकार बनकर घुमने वालों पर शिकंजा कसने को तैयार है। सूत्रों के मुताबिक 30 दिसम्बर को प्रेस वार्ता में पत्रकारों से बात करते हुए, सूचना प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राजवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि देश भर में जितने भी प्रेस आई.डी. लेकर घुमने वाले लोगों की तत्काल जाँच शुरू होगी। जाँच के दौरान इस मामले में दोषी पाये जाने वाले व्यक्ति पर तत्काल कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार कर लिया जायेगा। इसी श्रँखला को आगे बढ़ाते हुए श्री राठौर ने कहा कि कुछ दोषी लोगों के कारण अच्छे, सच्चे और ईमानदार पत्रकारों की छवि खराब हो रही है, साथ ही साथ उन्हें कार्य करने में बाधा उत्पन्न हो रही है । अधिक जानकारी देते हुए श्री राठौर ने कहा कि पूरे देश में कुछ पैसा लेकर जाली प्रेस आई○डी○ बाँटने एवं जाली पत्रकार नियुक्ति करने तथा प्रेस के नाम पर ब्लैकमेलिंग करने का धंधा चरम सीमा चल रहा है। जिस पर अब अंकुश लगाना अति आवश्यक है । इस सम्बन्ध में सभी राज्यों के प्रेस सूचना मंत्रालय को निर्देश जारी कर दिया गया है । आगे उन्होंने बताया कि जो अखबार/पत्रिका भारत सरकार के आर.एन.आई. द्वारा रजिस्टर्ड हो या जो भी टीवी/रेडियो सूचना प्रसारण मंत्रालय से रजिस्टर्ड हो उसी के द्वारा पत्रकार/संवाददाता की नियुक्ति हो सकती है| केवल उसका सम्पादक ही प्रेस कार्ड जारी कर सकता है । जब न्यूज पोर्टल के बारे में पत्रकारों ने पूछा तो श्री राठौर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इन्टरनेट पर चल रहे न्यूज पोर्टल के रजिस्ट्रेशन का प्रावधान सूचना प्रसारण मंत्रालय में नहीं है एवं कोई भी न्यूज पोर्टल एवं केबल टीवी पर चल रहे समाचार चैनल किसी भी तरह के पत्रकार की नियुक्ति नहीं कर सकता है और न ही प्रेस आई.डी.जारी कर सकता है यदि कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो वह अवैध है, उसके विरुद्ध कार्यवाही होना सुनिश्चित है।