भारतवर्ष की समस्त जैन समाज का भारत सरकार से विनम्र निवेदन
नई दिल्ली -: हमारे जग विख्यात जैन सन्त आचार्य श्री सुनिलसागर जी महाराज अपने समस्त 50 सन्तों के साथ गाँधीनगर से 400 किमी पद विहार करते हुए गिरनार तीर्थ के दर्शन हेतु पधारे है।
दिनांक 17 जनवरी 2019 से आचार्य श्री सुनिलसागर जी सहित समस्त सन्त जन गिरनार जी मे ही विद्यमान है।जिनमे आचार्य श्री के संघ के एक मुनि श्री मुदितसागर जी महाराज जोकि 23 जनवरी को प्रातः गिरनार पहाड़ की वन्दना हेतु निकले लेकिन आज तक न तो उनकी पहाड़ से वापसी हुई है और न ही मुनि श्री मुदितसागर जी की वस्तुस्थिति की कोई जानकरी मिल पाई है।
समाज व जैन सन्तों द्वारा तमाम खोज व प्रयासों के बाद भी मुनि श्री मुदितसागर जी का कोई पता नही चल पाया है अब हर किसी के दिल-दिमाग में प्रश्न यह उठता है कि आखिर गिरनार पर्वत की वन्दना को गये हमारे मुनिराज श्री मुदित सागर जी के साथ क्या दुर्घटना हुई है? जिसको लेकर समस्त भारत का जैन सन्त व जैन समुदाय चिंतित है। इतने दिन-रात बीत चुके हैं एक जैन मुनि कहाँ है,उनके साथ क्या हुआ है,किस वारदात के वह शिकार हुए हैं,या कोई अनहोनी हुई है?
माननीय मुख्यमंत्री जी गुजरात सरकार व गृह मंत्रालय भारत सरकार से सकल जैन समुदाय निवेदन करता है कि यथाशीघ्र व तत्काल जैनमुनि श्री मुदितसागर जी की उच्च स्तरीय खोजबीन की जाये व सकुशल वापसी करवाई जाये|
*निवेदक-सकल जैन समाज भारत*