इंदौर :- मंदिरों का निर्माण अति आवश्यक है मंदिरों से समाज का विकास होता है समाज संस्कारवान बनता है संगठित होता है और परिवार व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में मददगार भी बनता है। आज यह बात मुनि 108 श्री प्रशांत सागर महाराज ने जैन मंदिर के भव्य वेदी एवं शिखर शिलान्यास समारोह के अवसर पर स्थानीय खातीवाला टैंक मैं सैकड़ों श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि
कॉलोनी में मंदिर होने से संतों का आवागमन लगा रहता है इससे बच्चों, महिलाओं,पुरुषों में धर्म के प्रति रुझान बढ़ता है और वे संस्कारित होते हैं।
व्यक्तियों के पाप और पूण्य उनके कार्यों में नजर आते हैं एक व्यक्ति के पास पैसा आता है तो वह टॉकीज और मनोरंजन के साधन बनवाता है और दूसरा उसी पैसे का उपयोग मंदिर और जिनालय बनवाने में करता है।
लोग कहते हैं पैसा पैसे को खींचता है वैसे ही पुण्यवान बनने के लिए तुम्हें पूण्य कार्य करना पड़ेगा और बड़ा पुण्य करने के लिए बड़ा ह्रदय भी चाहिए होता है।
जो निर्ग्रंथ साधु कुछ नहीं मांगता सारी दुनिया उसे बुला बुला कर खिलाती है और भिखारी मांगता है तो दुनिया उसे भगाती है।
सांसारिक व्यक्ति के पास धन नहीं होता है तो सगे, संबंधी,रिश्तेदार दूर भागते हैं और निर्ग्रंथ साधू के पास धन होता है तो भक्त उससे दूर भागते हैं।
सोने के आभूषणों को मखमल की डिब्बी में रखा जाता है वैसे ही पुण्यवान व्यक्ति को अपने पुण्य को प्रबल बनाने के लिए सात्विक और शुद्ध जीवन जीना होता है।
सरस्वती का वास भी उन्हीं के मस्तिष्क में होता है जो जिनवाणी को दूसरों को सुनाना और समझाना चाहते हैं।
योग्य पात्र को हमेशा दान देना चाहिए जो यह सोचते हैं कि पुण्य से मिला है इसलिए दान दे रहा हूं उनके भंडार कभी खाली नहीं होते।
दूसरों को दान देते देखकर हमें अपने भाव खराब नहीं करना चाहिए उनकी अनुमोदना करनी चाहिए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में दीप प्रज्वलन दिगंबर जैन सामाजिक संसद के संरक्षक श्री प्रदीप सिंह कासलीवाल, राज कुमार पाटोदी राजेंद्र सोनी,सलिल बड़जात्या, संजय मैक्स ने किया।
समाज के संजीव जैन “संजीवनी” ने बताया कि वेदी शिलान्यास का सौभाग्य विमल, मनोज जी बाकलीवाल परिवार को प्राप्त हुआ एवं आचार्य श्री की पूजन नाभिनंदन महिला मंडल की सदस्यों द्वारा की गई। इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष गोटू लाल, हरीश जैन, राजेंद्र कुमार उज्जैन, एम के जैन, अमित जैन , मुकेश जैन , कमल अग्रवाल,डॉक्टर डी.के जैन, मनीष मोना, दीपक, अमित, व कैलाश नेताजी उपस्थित रहे।
सभी मंगल मांगलिक क्रियाएं पंडित रतन लाल जी शास्त्री, अनिल भैया जी, अभय भैया जी, द्वारा करवाई गई व अंत मे आभार समाज के महामंत्री श्री अनिल जैन द्वारा किया गया।