नई दिल्ली -:4मार्च !! पुलवामा हमले के बाद देश की सेना द्वारा पाकिस्तान में की गई बमबारी में मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर अपने देश भारत में उठ रहे सवालों के बीच आज भारतीय वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा ‘हमारा काम आतंकी ठिकानों को तबाह करना है, हमारा (वायुसेना का) काम उनके शवों की गिनती करना नहीं है। यह काम सरकार का है।’
वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने आज यहाँ एक प्रेस कॉन्फेंस के दौरान कहा कि पड़ोसी देश का कहना है कि भारतीय वायुसेना ने जंगल के इलाके में बम बरसाए तो उसे बताना चाहिए कि जब कोई नुकसान नहीं हुआ तो उसने भारतीय सीमा का उल्लंघन क्यों किया। उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि हमले में आतंकी शिविर ध्वस्त हुए और पाक को इससे नुकसान हुआ। इसलिए उसने भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन किया। आगे देश के कुछ राजनीति कलाकरों द्वारा सेना पर उठ रहे सबालों के मद्देनजर उनके मुँह पर ताला जड़ते हुए उन्होंने कहा कि👉वायुसेना के हमले में कितने आतंकी मारे गए, उनकी संख्या सरकार बताएगी। सेना का काम सिर्फ आतंकी ठिकानों का ध्वस्त करना है और इसमें वह सफल भी हुई है।
👉विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के दोबारा विमान उड़ाने को लेकर पूछे गए एक सवाल पर वायुसेना प्रमुख ने कहा कि अभी उनका इलाज चल रहा है। स्वस्थ होने के बाद वह अगर उड़ान के लिए फिट पाए गए तो जरूर विमान उड़ाएंगे। उन्होंने कहा कि अभिनंदन स्वस्थ होने के बाद अपनी पुरानी यूनिट को ज्वॉइन करेंगे।
मिग-21 की क्षमता और उपयोगिता को लेकर उठ रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि👉 मिग-21वॉयसन एक अपग्रेडेड विमान है। इसमें बेहतर रडार, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल और बेहतर हथियार प्रणाली है। उन्होंने कहा कि यह एक योजनाबद्ध ऑपरेशन है, जिसमें आप योजना बनाते हैं और उस पर अमल करते हैं। जब विरोधी आप पर हमला करता है तो उसकी जद में आने वाला विमान जरूर हिट होगा, चाहे वह मिग-21 हो या कोई अन्य विमान। भारतीय वायुसेना के पास मौजूद हर विमान दुश्मन से लड़ने में सक्षम हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस नेता व पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू समेत तमाम नेता बालाकोट में भारतीय वायुसेना की बमबारी के बाद मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर सवाल उठा रहे हैं। इस बीच, वायुसेना ने साफ तौर पर कहा कि उसका काम आतंकी शिविरों को ध्वस्त करना है और इस काम में वह भली भाँति सफल रही है।