आचार्य विभव सागर महाराज ने कुंदकुंद ज्ञानपीठ का अवलोकन किया।


समाज के संजीव जैन “संजीवनी” ने बताया कि आचार्य श्री ने संस्थान का जैनदर्शन व आध्यात्मिक साहित्य के विकास के लिए चलाए जा रहे कार्यों की सराहना की और कहाँ कि इस तरह के संस्थान हमारी संस्कृति और दर्शन को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है।
इस अवसर पर संस्थान के प्रमुख डॉ अजीत सिंह कासलीवाल, डॉ अनुपम जैन, सूरजमल बोबरा, श्री टी के वेद व अन्य लोग उपस्थित थे।
संजीव जैन संजीवनी
