थाने- आज झूठे आडम्बर व दिखावे की होड़ में जैनत्व के संस्कारों को भूलकर लोग रिसोर्ट व मांसाहारी फाइव स्टार होटलों में शादी कर रहे हैं, वहाँ
*श्री सतीश देढीया (मनफरा-थाणा) की सुपुत्रीः चि. चार्मी* एवं
*श्री जयन्तिलाल वारीया (पावागढ़-थाणा) के सुपुत्रः चि. गौतम*
के विवाह का आयोजन जैन विधि से दिवस में सम्पन्न कर एक अनुकरणीय व अनुमोदनीय आदर्श प्रस्तुत किया है। विवाह के दिन वर-वधु ने आयंबिल तप व रात्रि पौषध लेकर अनुपम उदाहरण पेश किया है।*
*अनुमोदना स्वरूप जे.के. संघवी व के.के. संघवी द्वारा वर-वधु को ट्रस्ट की ओर से अनुमोदना पत्र दिया गया।*