इंदौर:- जुगुल ग्राम जिला बेलगांव कर्नाटक में विराजमान आचार्य विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनि श्री चिन्मय सागर महाराज, जिन्हें जंगल वाले बाबा के नाम से भी जाना जाता हैं, का देव लोकगमन शाम करीब 6:18 मिनट पर आज दिनाक 18 अक्टूबर, शुक्रवार को हो गया है।
ज्ञातव्य रहे कि मुनि श्री ने 12 अक्टूबर, शनिवार को यम सल्लेखना धारण कर ली थी।
समाज के संजीव जैन संजीवनी ने बताया कि जैन धर्म में मृत्यु को उत्सव माना गया है और मुनि श्री ने अपने जीवन को साकार कर लिया है।
जैन समाज सामाजिक संसद, कीर्ति स्तम्भ के सभी पदाधिकारियों ने दिगम्बरत्व के उत्कृष्ट उदाहरण बने समाधिस्थ परम् पूज्य मुनिश्री चिन्मयसागर जी महाराज “जंगल वाले बाबा” के श्रीचरणों में कोटि-कोटि नमोस्तु करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी है।
आचार्य श्री की अंतिम यात्रा कल शनिवार को सुबह 8:00 बजे से जुगुल ग्राम में ही प्रारंभ होगी।