विश्व वन्दनीय आचार्य 108 श्री विद्यासागर जी महाराज के “अहिंसा निर्मित” वस्तुओं का उपयोग दुनिया के समस्त प्राणियों हेतु किया जाये, जैसी पावन भावना के अन्तर्गत आचार्य श्री की प्रेरणा एवं शुभाशुभ आशीष से देश में अनेक “हथकरधा” केंद्र स्थापित हुए हैं| आचार्य श्री के इसी हथकरधा मिशन पर रामगंजमंडी नगर के निवासी👉प्रणेश जैन जोकि इंदौर में CA हैं| प्रणेश जैन ने “हथकरधा” पर पुस्तक का लेखन कार्य किया है जोकि अन्तिम चरण की ओर है| CA प्रणेश जैन विगत 6 माह से इस कार्य में कार्यरत हैं इस पुस्तक के लेखन हेतु आचार्य श्री ने उन्हें कई टिप्स भी प्रदान की हैं | पुस्तक सम्बन्धी इस कार्य हेतु सुनील भैया जी का भी विशेष सहयोग रहा है| हथकरधा जैसी इस अद्वितीय पुस्तक का प्रकाशन नबम्वर माह मे पूर्ण हो जायेगा| इस पुस्तक के सह लेखन कार्य में CA दीप्ति जैन, CA अंशुल अजमेरा व डॉ अनिता जैन की अहम भूमिका रही है |रिपोर्ट 👉