Paras Punj

Main Menu

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

logo

Paras Punj

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा
धर्म-कर्म
Home›धर्म-कर्म›भगवान महावीर के निर्वाण महोत्सव पर पावापुरी में उमड़ती है जैन अनुयायियों की भीड़ , निर्वाण लाडू चढ़ाकर मनाया जाता है दीपोत्सव।

भगवान महावीर के निर्वाण महोत्सव पर पावापुरी में उमड़ती है जैन अनुयायियों की भीड़ , निर्वाण लाडू चढ़ाकर मनाया जाता है दीपोत्सव।

By पी.एम. जैन
October 22, 2019
1333
0
Share:
जैन धर्मावलंबियों के पवित्र तीर्थ स्थल बिहार के नालंदा स्थित पावापुरी जहां से जैन धर्म के अंतिम 24 वें तीर्थंकर महावीर स्वामी को 527 ई•सा• पूर्व कार्तिक अमावस्या के उषा काल में निर्वाण (मोक्ष) की प्राप्ति हुई थी और इसी पावन धरा से संसार को अंतिम उपदेश दिये थे। इसी उपलक्ष्य में पूरे विश्व भर के जैन अनुयायी दीपावली के रूप में भगवान महावीर के निर्वाण दिवस को मनाते है।
*भ्रमण के क्रम में भव्य जीवों को उपदेश देते हुये पावापुरी पहुंचे थे भगवान महावीर*
जैन ग्रंथ अनुसार महावीर स्वामी भव्य जीवों को उपदेश देते हुए पावानगरी में पधारे और यहां एक मनोहर उद्यान में चतुर्थ काल में 3 वर्ष साढ़े 8 माह बाकी रह जाने पर कार्तिक अमावस्या के प्रभातकालीन के समय , योग का निरोध करके , कर्मों का नाश करके मुक्ति को प्राप्त हुये।
चारों प्रकार के देवताओं ने आकर उनकी पूजा की और दीपक जलाये। उस समय उन दीपकों के प्रकाश से पावानगरी का आकाश प्रदीप्ति हो रहा था। उसी समय से जैन परंपरा में जिनेश्वर की पूजा करने के लिये प्रतिवर्ष उनके निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में दीपावली पर्व को मनाया  जाता है।
दूसरी ओर , जिस समय भगवान महावीर का निर्वाण हुआ उसी समय उनके प्रधान शिष्य प्रथम गणधर गौतम स्वामी को पूर्ण ज्ञान की प्राप्ति हुयी।
*मुक्ति और ज्ञान है सबसे बड़ी लक्ष्मी*
जैन धर्म में मुक्ति और ज्ञान को सबसे बड़ी लक्ष्मी माना जाता है और प्रायः मुक्तिलक्ष्मी और ज्ञानलक्ष्मी के नाम से ही शास्त्रों में उनका उल्लेख किया गया है।
इस तरह दीपावली के प्रकाश में प्रतिवर्ष भगवान महावीर के निर्वाण (मोक्ष) लक्ष्मी का पूजन किया जाता है।
*निर्वाण लाडू चढ़ाकर मनाया जाता है निर्वाणोत्सव*
दीपावली के प्रातः काल में सभी जैन मंदिरों में महावीर स्वामी के निर्वाण की स्मृति में बड़े उत्सव के साथ हर्षोल्लासपूर्वक नैवेद्य (निर्वाण लाडू) से भगवान महावीर की विशेष पूजन-अर्चना की जाती है।
इस दिन ऐसा भव्य पूजन का आयोजन किया जाता है जो केवल इसी दिन होता है।
घर-घर में दीपोत्सव के अवसर पर जो मिष्ठान (लाडू) बनता है उसका उद्देश्य भी जैन धर्म में इसी निर्वाण दिवस से है।
*निर्वाण स्थली पावापुरी में देश-विदेश से जैन अनुयायियों का होता है जुटान*
भगवान महावीर का पांच कल्याणक जन्म से लेकर निर्वाण तक की भूमि बिहार की पावन धरती ही रही है। जिसमें से एक अंतिम निर्वाण कल्याणक स्थली पावापुरी है।
यह पावानगरी अपने आप में एक अनोखी पहचान है भगवान महावीर के निर्वाण स्थली पर बना मशहूर तीर्थ स्थल जलमन्दिर भारत ही नही पूरे विश्व में विख्यात है।जो देश में एक मिशाल पेश करती है आकर्षक सफेद संगमरमर से बना जलमन्दिर तीर्थयात्रियों व सैलानियों को अपने ओर आकर्षित करता है। इस जलमन्दिर के स्वरूप को भारत के अन्य जगहों पर भी निर्माण कराने का प्रयाश किया गया परंतु ऐसा स्वरूप नही बन सका।
भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव के अवसर पर यहां सदियों से भव्य मेला लगता आ रहा है। जिसमें स्थानीय जैन प्रबंधन कमिटी तथा गांव वासियों की अहम भूमिका होती है। इस निर्वाणोत्सव मेला में शामिल होने देश-विदेश से हजारों-हजार की संख्या में जैन धर्मावलंबियों का जुटान होता है। जो यहां जलमन्दिर में महावीर स्वामी के अतिप्राचीन अतिशयकारी चरण पादुका के समक्ष निर्वाण लाडू समर्पित करके दीपोत्सव मनाते है।
✍ *रिपोर्ट : प्रवीण जैन (पटना) – मीडिया प्रभारी “श्री पावापुरी जी दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र (नालंदा)*
संपर्क सूत्र – 7654062882
Previous Article

पुलिस अधीक्षक ने चौकी बड़ागाँव का किया ...

Next Article

केवल पुत्रों के नाम जपने पर भी ...

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

Related articles More from author

  • धर्म-कर्म

    प.पू.108 उपाध्याय श्री अभिनन्दन सागर जी महाराज को मिला आचार्य पद

    December 7, 2018
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    {मलमास कब से शुरू हो रहा है, जानें इस मास में वर्जित कार्य}

    September 16, 2020
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    आखिर क्यों होती है दीक्षा और क्या होती है दीक्षा ,जानिए दीक्षा की हकीकत -: श्री ज्ञानगंगा माता जी

    March 11, 2020
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    रेवाड़ी में ऐतिहासिक रहा भगवान पार्श्वनाथ निर्वाण महोत्सव

    August 5, 2022
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    नववर्ष की पूर्व संध्या पर जैन समाज करेगी भक्तामर महास्त्रोत की महा आराधना।

    December 30, 2018
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    *नशामुक्ति की तरह शाकाहारमय हो बिहार तभी बनेगा आदर्श राज्य -जैन संत प्रमुख सागर*

    May 20, 2022
    By पी.एम. जैन

  • जैन समाचार

    बीसपंथी मंदिर मल्हारगंज पर होगा तीन दिवसीय भव्य नवीन वेदी (जीर्णोद्धारीत) प्रतिष्ठा कार्यक्रम

  • प्रवचन

    भाव सुधारो तो भव सुधर जाएगा :मुनि श्री सुप्रभसागर जी

  • इतिहास

    हमारे भारत देश में कब चलता था एक लाख रुपये का नोट

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • भीतर से खोखले ही होते हैं-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
  • गोमेद व अम्बिका यक्ष-यक्षी की स्वतंत्र युगल प्रतिमाएँ

Find us on Facebook

विज्ञापन

मेन्यू

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • Home
  • Contact Us