नई दिल्ली -: धनलक्ष्मी माँ को चंचला लक्ष्मी के नाम से पुकारा जाता है। दुनियाँ का हर व्यक्ति चाहता है कि लक्ष्मी माँ का सदैव उसके घर में निवास रहे। यहाँ पर जनहित में कुछ उपाय बताये जा रहे हैं जिनको श्रद्धा पूर्वक करने पर माँ लक्ष्मी आपके घर दौड़ी चली आ सकती है|
यह एक प्राचीन धारणा है कि बेटे जब आवाज दें तो माँ कहीं भी हो दौडी चली आती है। ऐसा ही कुछ माँ लक्ष्मी के साथ भी है। अगर व्यक्ति माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहता है और पीढ़ी दर पीढ़ी के लिए उनकी कृपा दृष्टि चाहता है तो माँ लक्ष्मी के 18 पुत्रों के केवल नाम जपने होंगे।
ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जब माँ लक्ष्मी जी के पुत्रों का नाम लेंगे, तो माँ दौड़ी चली आयेंगी। यह ममता ही तो है, जो माँ को बच्चों से जोड़ती है।
गणेश जी माँ लक्ष्मी जी के मानस पुत्र हैं। वैसे तो लक्ष्मी जी चंचला हैं, एक स्थान पर नहीं टिकतीं लेकिन दो स्थानों पर माँ लक्ष्मी जी सदा निवास करती हैं। पहला वह स्थान जहाँ विष्णु जी का अभिषेक दक्षिणावर्ती शंख से किया जाता हो, दूसरा वह स्थान, जहाँ गणेश जी की पूजा-अर्चना की जाती है|
तीसरा उपाय है माँ लक्ष्मी जी के 18 पुत्रों का नाम जपना। वैसे तो लक्ष्मी जी वहाँ सदा निवास करती हैं, जहाँ गणेश जी की पूजा-अर्चना की जाती है लेकिन अद्भुत धानढ्यता के लिए धन चाहिये तो एक नहीं, बल्कि लक्ष्मी जी के अनेक पुत्रों के नामों को जपना होगा।
ऋग्वेद में लक्ष्मी जी के 4 पुत्रों का नाम इस श्लोक में आया है -आनंद: कर्दम: श्रीदश्चिकलीत इति विश्रुता: -ऋषय: श्रिय: पुत्राश्व मयि श्रीर्देवी देवता-4/5/4/6 लेकिन आकस्मिक धन पाने के लिये व्यक्ति को लक्ष्मी जी के केवल 18 वर्ग पुत्रों के नाम लेने होंगे। इसके बाद धन की व्यवस्था के वास्ते लक्ष्मी जी व्यक्ति के जीवन में नये-नये रास्ते स्वयं खोल देतीं हैं।
कैसे मिलेगा आकस्मिक धन?
व्यक्ति के व्यापार में अचानक घाटा हो जाये, शेयर मार्केट में पैसे डूब जाये, अच्छी भली नौकरी चली जाये या फिर कोई प्राकृतिक आपदा आ जाये, ऐसे में धन की आवश्यकता सबको पड़ सकती है। बस ऐसी ही परिस्थिति में, माँ लक्ष्मी जी के 18 पुत्रों का नाम, शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार से जपना शुरू कर दें।
माँ लक्ष्मी जी के धन दिलाने वाले 18 पुत्रों के नाम निम्नलिखित हैं –