भारतीय संस्कृति तप त्याग और साधना की रही है। यहाँ चित्र की नही चरित्र ,साधनों की नही साधना की, वासना की नही उपासना की पूजा आराधना होती है। समय समय पर अनेकानेक राम कृष्ण महावीर जेसी दिव्य महापुरुषों ने अवतार लेकर जीवन को जीवंत किया। नर से नारायण बनने का सद पाठ पढ़ाया हैं। सद संस्कारो का बीजारोपण किया है । यहां कहा जाता कि “यंत्र नारी पूजते रमन्ते तत्र देवता “। जहाँ नारी का सम्मान होता है पूजा होती है वहाँ देवताओ का वास होता है। हर सफल पुरूष के पीछे नारी का हाथ होता हैं। फ़िल्म अभिनेता सलमान खान के निर्देशन में कलर्स टी वी पर बिग बॉस सीरियल की 13 वी कड़ी का शुभारंभ हुआ। इसमे इस बार तो अशलीलता की सीमाओ को ही नही लांघा बल्कि भारतीय संस्कृति ओर उसके मूल्यों को भी तार तार कर दिया गया ।
एक ब्राह्मण लड़की को एक बिस्तर पर दिखा कर लव जिहाद या विवाह जैसे पवित्र बन्धन को तार तार कर बिन ब्याही ही माँ बनाने का दुष्प्रयास है। एक उच्चकुल की ब्राह्मण लड़की से सभी पखाने साफ करवाकर क्या संदेश देना चाहते हैं। हिन्दू प्रधान देश मे हिन्दू संस्कृति को तार तार कर उसका जनाजा निकाले का कुप्रयास है। हम किसी भी जाति मजहब के हो चाहै हिन्दू ,सिक्ख, ईसाई या मुस्लिम हो यह नही धर्म यह सीखता कि बिना शादी के लड़के लड़की हम बिस्तर हो एक ही बिस्तर शेयर करे। जब एक परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर इसको देखगें तो क्या संस्कार पड़ेंगे । कैसे सद संस्कारो का बीजारोपण होगा । सोच परे हैं। कहते है कि तलवार की धार से तो एक समय मे एक मरता हैं यहाँ तो पूरे भारत को ही यह सब दिखा कर उनके मन मस्तिष्क पर कुठाराघात किया जा रहा है। 130 करोड़ लोगों को इसका विरोध करना चाहिए। बड़े आश्चर्य की बात कि आज बड़े बड़े धर्म गुरु संत ऋषि महात्मा वाले भारत देश मे भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए कोई आगे नही आ रहा। एक बुद्धि जीवी ओर इतने सामाजिक सुधार के संगठन ,धर्म सरक्षणी महासभा ,महासमिति और भी जितने संगठन होने के बाद भी किसी ने इस बिग बॉस सिरियल का विरोध कर इसको बन्द करवाने का सद प्रयास नही किया।*यह बड़ा सोचनीय चिन्तनीय विषय हैं।अभी जाग जाए कब जागेंगे।अभी नही तो कभी नही।