सेवातीर्थ है मोहिद्दीनपुर में स्थित भगवान श्री मुनिसुव्रत नाथ का मनोज्ञ धाम
मेरठ (उ.प्र.)!! तीर्थंकर भगवंतों के लघुनन्दन जैसे साधु भगवंतों के लिए सेवा की एक मिसाल बनता जा रहा है “मनोज्ञ धाम” जिसे हम सेवातीर्थ कहें तो कोई चौंकने व सोचने की जरूरत नहीं है| यह मनोज्ञ धाम (सेवा तीर्थ) मेरठ शहर से पहले ही दिल्ली – मेरठ मार्ग पर मोहिद्दीनपुर, शुगर मिल के समीप,, जिला मेरठ (उ.प्र.) में स्थित है| सेवातीर्थ मनोज्ञ धाम के निर्माण बाद 20 से 23 अप्रैल 2018 को पंचकल्याणक पूर्ण हुए थे|इस मनोज्ञ धाम का निर्माण 21वीं सदी के वात्सल्य मूर्ति आचार्य 108 श्री ज्ञान भूषण जी महाराज “रत्नाकर” की वात्सल्य प्रेरणा से हुआ था|सेवातीर्थ “मनोज्ञ धाम” में तीर्थंकर भगवान श्री मुनिसुव्रत नाथ की मूलनायक मनोहर प्रतिमा जी विराजमान हैं| यहाँ पहुँचने पर स्थान का अभाव तो महसूस होता है लेकिन यहाँ आचार्य श्री के आशीर्वाद और 👉वाणी प्रखर क्षुल्लिका श्री ज्ञानगंगा माता जी के नेतृत्व में चलने वाली संचालन व्यवस्था के अथक प्रयासों से “गागर में सागर” जैसी कहावत साकार होती दिखाई देती है कहते भी हैं कि 👉”छोटे से दिल में वात्सल्य रूपी जगह हो तो दुनिया भी समाँँ जाती है”|
दिल्ली मेरठ मार्ग से हस्तिनापुर इत्यादि जैसे अनेक स्थानों की यात्रा आदि के लिए कड़ाके की सर्दी-गर्मी में पैदल विचरण करने वाले प्रत्येक साधु-संतों व त्यागीव्रतिओं और मार्गस्थ तीर्थ यात्रियों के लिए यहाँ की संचालन कमेटी कल्पवृक्ष की भाँति सेवाभाव के साथ सदैव तत्पर रहती है|सेवातीर्थ मनोज्ञ धाम के निर्माण के उपराँत यहाँ पर दिगम्बर- श्वेताम्बर आदि जैसी अनेकानेक आम्नाओं के अनेक साधुसंतों ने यहाँ ठहर कर आहार चर्या और विश्राम करके आन्तरिक शाँति और आन्नद की अनुभूति प्राप्त की है|क्रांतिकारी प.पू.मुनि तरूणसागर जी महाराज भी अपने जीवन काल में यहाँ पधारे थे| चतुर्मास 2019 के समापन के उपराँत जैन अाम्नाओं के पैदल यात्रा करने वाले साधुओं का आवागमन, विचरण अब प्रारम्भ हो चुका है| आचार्य श्री ज्ञानभूषण जी महाराज का चतुर्मास वर्ष- 2019 मोदीनगर में था|
3 नबम्वर को आचार्य भगवन ने मोदीनगर में दो जैनेश्वरी क्षुल्लिका दीक्षाऐं प्रदान की उसके बाद से आचार्य श्री “मनोज्ञ धाम” सेवातीर्थ पर ही विराजमान हैं| यहाँ पर लगभग 3 नबम्वर से ही अनेकानेक आम्नाओं के साधुओं का आवागमन चल रहा है|
दिल्ली- मेरठ रोड़ पर सेवातीर्थ 👉मनोज्ञ धाम की तरफ से जिन साधुओं के विहार करने की सूचना आचार्य भगवन को या क्षुल्लिका श्री ज्ञानगंगा माता जी को प्राप्त होती है वैसे ही वात्सल्यमूर्ति आचार्य भगवन ससंघ, विहार करने वाले साधुओं की अगुवाई स्वयं करते हैं और सेवातीर्थ जैसे मनोज्ञ धाम में विराजित तीर्थंकर भगवान मुनिसुव्रतनाथ आदि के दर्शन करते/ कराते हैं साथ ही साथ यहाँ की संचालन टीम आहार से लेकर साधु सेवा आदि जैसी समस्त व्यवस्था करती है|फिलहाल में ही प.पू.आचार्य 108 श्री वसुनन्दी जी महाराज ससंघ का 15 पिच्छियों के साथ आचार्य श्री ज्ञानभूषण जी महाराज ससंघ का वात्सल्य मिलन हुआ इसके उपरान्त👇आचार्य भगवन श्री नमोस्तु सागर जी महाराज का भव्य आगमन सेवातीर्थ मनोज्ञ धाम में हुआ है |
👉रिपोर्ट-पी.एम.जैन मो.नं.9718544977