मकर संक्रांति पर अहिंसा व दया के सागर गुरुवर श्री सुनील सागर जी द्वारा मूक पशुओ को वात्सल्य आशीष



आचार्य भगवन्त की करुणा क्रांति से बांसवाड़ा नगरी पूरे देश को भलाई, असहाय जीवो के प्रति स्नेह के साथ अहिंसा-दया के वातावरण निर्माण का शुभ सन्देश दे रहीं है।
*दया धर्म का मूल है-असहाय जीवो पर करुणा हम सबका कर्तव्य है*
*✍शब्दसुमन-शाह मधोक जैन चितरी✍*
*नमनकर्ता-श्री सुनिलसागर युवासंघ राष्ट्रीय ट्रस्ट रजि.