Paras Punj

Main Menu

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

logo

Paras Punj

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा
धर्म-कर्म
Home›धर्म-कर्म›मंझवा जैन मंदिर से सभी प्रतिमाओं की शोभायात्रा निकलते ही उमड़ा जनसैलाव

मंझवा जैन मंदिर से सभी प्रतिमाओं की शोभायात्रा निकलते ही उमड़ा जनसैलाव

By पी.एम. जैन
February 19, 2020
1308
0
Share:
 मिर्जापुर , 13.02.2020 : उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर जिला स्थित गांव मंझवा में गुरुवार को उस वक्त एक ऐसा अद्भुत विहंग नजारा देखते ही बन रहा था जब जैन धर्मावलंबियों ने अतिशयकारी जिन मंदिर में विराजित सभी अत्यंत प्राचीन जिन प्रतिमाओं को अपने मस्तक पर विराजमान कर भव्य शोभायात्रा निकाले।
अवसर था जैनाचार्य श्री 108 विराग सागर जी महाराज की आज्ञानुवर्ती सुशिष्या संस्कार प्रणेतृ आर्यिका 105 विकाम्या श्री माता जी की 15 वां दीक्षा दिवस व गुरु उपकार दिवस का। कार्यक्रम की शुरुआत में सर्वप्रथम मंदिर जी में मूलनायक श्री 1008 भगवान पार्श्वनाथ जी के समक्ष जैन श्रद्धालुओं ने देव आज्ञा ली। इसके पश्चात जिनालय में समोशरण पर विराजमान सभी जिनेन्द्र देव की प्रतिमाओं को श्रद्धालु अपने मस्तक पर विराजमान कर गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से भव्य शोभायात्रा निकाली।
शोभायात्रा में 37 प्रतिमाओं को मस्तक पर लिए श्रद्धालु कतारबद्ध हर्षोल्लासपूर्वक चल रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसा साक्षात भगवान का समोशरण ही नगर में चल पड़ा है। साथ ही अष्टद्रव्य की थाल बहुत ही खूबसूरत सुसज्जित तरीके से बनाया गया था। जो शोभायात्रा की झांकी में आकर्षण का केंद्र बना रहा। जिसे विभिन्न स्थानों से पहुंची बालिकाओं ने अपने हाथों में लेकर समारोह स्थल तक ले गए।
इस दौरान आसमान में लहर रहे पंचरंगा जैन ध्वज यात्रा की शोभा बढ़ा रही थी। साथ ही भगवान पार्श्वनाथ , अहिंसा परमो धर्म , जियो और जीने दो , जय जय गुरुदेव जैसे अनेक जयकारों से मंझवानगरी गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक अलौकिक दृश्य को देखने लिए श्रद्धालु आतुर दिख रहे थे। जिसमें जैन समाज के काफी संख्या में  आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।
वहीं समारोह स्थल पर आर्यिका विकाम्या श्री माता जी ससंघ के सानिध्य में सभी प्रतिमाओं का अभिषेक , महाशांतिधारा व पूजन-अर्चना की गई। एक साथ 37 जिन प्रतिमाओं का महाशांतिधारा भक्तों को अपने ओर खींच रहा था। जो बेहद ही अलौकिक और अद्भुत नजारा था। शांतिधारा पाठ आर्यिका श्री 105 विगूँजन श्री माता जी के मुखारबिंद से हुआ।
इसके पश्चात गुरुदेव गणाचार्य श्री विराग सागर जी महाराज का चित्र अनावरण और दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। वहीं श्रावकों द्वारा मंचासीन गुरु माँ आर्यिका विकाम्या श्री माता जी का पाद प्रक्षालन किया गया एवं वस्त्र व शास्त्र भेंट की गई।
वहीं संगीतमयी वातावरण में भक्तिभाव पूर्वक गुरु पूजन की गई। जिसमें राजस्थान , गुजरात , तमिल , उत्तरप्रदेश , कन्नड़ , मराठी प्रांतों से गुरुपूजन में आकर्षक सुसज्जित थाल में अष्टद्रव्य के लेकर अर्घ्य भेंटने श्रद्धालु पहुंचे। साथ ही गुरु माँ आर्यिका विकाम्या श्री माता जी के 15 वें दीक्षा दिवस पर सकल जैन समाज ने उत्साहपूर्वक उनके श्री चरणों में अर्घ्य समर्पित किया।
इसके उपरांत आर्यिका विकाम्या श्री माता जी ने अपने संस्कार दिव्य वाणी से धर्म सभा को संबोधित किया। साथ ही इस मौके पर मौजूद कई गणमान्य अतिथियों ने जैन धर्म और गुरु माँ के चरणों में अपने विचार व्यक्त किये।
✍ रिपोर्ट : प्रवीण जैन (पटना) 📲 7654062882
Previous Article

👉महाशिवरात्रि का महत्व👉प्रेषक बाबूलाल शास्त्री “टोक” राजस्थान

Next Article

मंझवा में जैन संप्रदाय का लगा संगम ...

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

Related articles More from author

  • धर्म-कर्म

    नववर्ष की पूर्व संध्या पर जैन समाज करेगी भक्तामर महास्त्रोत की महा आराधना।

    December 30, 2018
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    करोड़ों पूजा, जप, स्तुतियों से महान् है क्षमा

    September 9, 2021
    By पी.एम. जैन
  • Uncategorizedधर्म-कर्म

    मज्जिनेन्द्र जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव -2022, कंगन घाट,पटना साहिब

    April 13, 2022
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    करोड़ों पूजा,जप,स्तुतियों से महान् है क्षमा

    September 12, 2021
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    प.पू.आचार्य श्री सन्मति सागर जी महाराज का 9वाँ समाधिदिवस, 24 दिसम्बर 2018

    December 17, 2018
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    सूरिमंत्र अनेक और भ्रम भी अनेक

    January 3, 2020
    By पी.एम. जैन

  • धर्म-कर्म

    जैन मंदिरों में भी होगी नवरात्रि पर माँ की आराधना।

  • ज्योतिष

    किस ग्रहदोष के कारण होता है, कौनसा रोग और क्या है उसका उपाय

  • पर्यावरण

    शाकाहार के लोकव्यापीकरण हेतु मानवीय वैज्ञानिक आधार

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • भीतर से खोखले ही होते हैं-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
  • गोमेद व अम्बिका यक्ष-यक्षी की स्वतंत्र युगल प्रतिमाएँ

Find us on Facebook

विज्ञापन

मेन्यू

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • Home
  • Contact Us