रतलाम-: धर्म प्राण एवं औद्योगिक नगरी रतलाम में 60 घर का नोहरा (गौशाला रोड ) में विराजमान परम पूज्य आचार्य 108 पुष्पदंत सागर जी महाराज के शिष्य प्रिय शिष्य परम पूज्य राष्ट्र संत 108 आचार्य 108 पुलक सागर जी महाराज ने कोटा (राज) से पधारे जैन पत्रकार गौरव ,सर्वश्रेष्ठ संवाद दाता अवार्ड से अलंकृत ,राष्ट्रीय संवाददाता पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार को अपना मंगल आशिर्वाद दिया। उन्होंने 30वर्ष की विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों आयोजनों की कवरेज फाइल भी बहुत देर तक देखी उन्होंने प्रफुल्लित मन से अपना आशीष दिया।भारत का सर्वाधिक 125 वर्ष प्राचीन जैन गजट भी पड़ा। बिदित हो कि पार्श्वमणि एक पत्रकार होने के साथ साथ भजन, गीत कविताएं भी लिखते है आप भावपूर्ण भजनों की शानदार प्रस्तुति अपनी सुरीली आवाज में भी देते है। आपने अपने अथक प्रयास से परम पूज्य जंगल वाले बाबा चिन्मय सागर जी महाराज से बारम्बार निवेदन करके पारस टी वी चेंनल सम्पूर्ण विश्व को देने में महती भूमिका निभाई। इस अबसर पर जाने माने पंडित मधुकांत जोशी भी उनके साथ थे। जोशीअभी तक 150 से ज्यादा पंचकल्याणक में भोजन की सर्वोत्तम व्यवस्था कर चुके हैं। अभी हाल ही में स्वतिधाम तीर्थ में भी अपने 500 से अधिक कुशल स्टाफ के साथ आपने अपनी कार्य कुशलता से सभी का दिल जीत लिया।*