कोरोना वायरस👉जब कोई दवा नहीं तो बचाव ही एकमात्र समाधान है।-डा.निर्मल जैन(से.नि.जज)

कोरोना वायरस के प्रकोप से पूरा विश्व आतंकित हो रहा है। पाश्चात्य जीवन शैली में संक्रमण होने पर उसकी दवाई, टीका, वैक्सीन बन जाती है और वह खिला कर रोकथाम कर ली जाती है। वर्तमान में कोरोना वायरस के लिए अभी तक ऐसी कोई दवा नहीं खोजी गई है इसीलिए पाश्चात्य सोच तो थकी हारी हुई सी लगती है।जब कोई दवा नहीं तो बचाव ही एकमात्र समाधान है।
👉इस संदर्भ में पूज्य आचार्य शिरोमणि श्री विद्यासागर जी ने कहा है कि – कोरोना का संक्रमण रुक सकता है। अगर हम सभी लोग भारतीय, विशेष कर जिनदर्शन पर आधारित पूर्ण सात्विक एवं शाकाहार जीवन-चर्या अपनाएं। क्योंकि यही एक आदर्श जीवन-शैली है जिसका प्रमुख उद्देश्य है अपना खान-पान आहार-विहार, नियम अपना कर अपने शरीर को स्वस्थ और रोगों से लड़ने की अपनी प्रतिरोधक क्षमता को शक्तिशाली बनाए रखना। जिससे कोई संक्रमित बीमारी हमारे शरीर में प्रवेश कर ही नहीं पाएगी और अगर वह प्रयास करती है तो हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता उसे पराजित कर देगी।👉उन्होने पुन: कहा –प्रत्येक श्रावक को राजधर्म के साथ राजाज्ञा का भी पालन करना चाहिये। लोगों से मिलना-जुलना और भीड़ वाले क्षेत्र में जाना छोड़ दें तो सबसे बड़ा बचाव यही है। जिनका प्रतिदिन देवदर्शन, अभिषेक, पूजन का नियम है तो यह आपत्ति काल है, अपने घरों में रहें और घर पर ही माँ जिनवाणी का पूजन और णमोकार मंत्र का जाप करें। सकारात्मक विचार रखें।👉रात्रि में कई तरह के बैक्टिरिया और अन्य जीव हमारे भोजन से चिपक जाते हैं या उनमें स्वत: ही पैदा होने लगते हैं। उत्तम भोजन ही हमें रोगाणु से लड़ने की सुरक्षा और गारंटी देता है। अत: सूर्यास्त के पूर्व भोजन कर लें। सप्ताह में एक दिन का पूर्ण उपवास या व्रतहमारे भीतर के रोगाणु और विषैले पदार्थ को बाहर निकालकर हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। अपने आस-पास साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें। पानी को छान कर प्रयोग करें। स्मोकिंग, अल्कोहल से दूर रहें। फास्ट फूड और मांसाहार का सेवन न करें।👉कोरोना सचमुच घातक महामारी है, लेकिन इससे संक्रमित हजारों लोग ठीक भी हो गए हैं। यह अब इन्सान से इन्सान में फैलने लगा है। यानी मरीज या विषाणु के वाहक के सम्पर्क में आने वाले हर व्यक्ति को यह बीमारी हो सकती है। मरीज/वाहक जैसे-जैसे बोलता है, उसकी सांस से वायरस निकलता है और दूसरे लोगों को अपना शिकार बना लेता है।👉संक्रमण अधिक न हो इसलिए प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी का एक दिन का जनता कर्फ़्यू और अब पूर्ण सतर्कता बरतने के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन अर्थात कर्फ़्यू जैसा ही लागू किए जाने की घोषणा की है। अत्यंत अवश्यक होने पर ही मास्क लगा कर ही घर से बाहर निकलें ।👉घर लौटकर साबुन से 20 सेकिण्ड तक हाथ धोएं और स्नान करें। योग और प्राणायाम को अपनी जिंदगी का हिस्सा बना लें। आंखों, नाक और मुंह का खास ख्याल रखें। यह वायरस श्वसन तंत्र पर अटैक करता है। श्वसन तंत्र को मजबूत करने वाले योगासन और प्राणायाम रामबाण साबित हो सकते हैं। बार बार अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छूएं। खांसने या छींकने पर रूमाल का इस्तेमाल करें। कुछ भी खाने से पहले हाथ अच्छी तरह साफ करें। जब कोई दवा नहीं तो बचाव ही एकमात्र समाधान है।
👉जज (से.नि.) डॉ. निर्मल जैन