# पी.एम.जैन👉प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना से लड़ने के लिए बाँटी “प्राणऊर्जा औषधि”
👉कोरोना से लड़ने के लिए लॉकडाउन है एक “प्राणऊर्जा औषधि”👉जहाँ के वातावरण में प्रकृति की रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है वहाँ के प्रत्येक प्राणी की रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है|
👉जानिए लॉकडाउन का लॉजिक-
नई दिल्ली-: विश्वव्यापी महामारी “कोरोना वायरस” के चलते देश में “लॉकडाउन” को लेकर अनेकों चर्चा गली-मौहल्ले व सोशल मीडिया के माध्यम से सुनने को मिल रही हैं|
👉प्राचीन समय में देश का राजा वही होता था जो राजनीति,कूटनीति, रणनीति, अर्थनीति, धर्मनीति, विज्ञान, ज्योतिष, वैैैैद्य,औषधि और प्राकृतिक ज्ञान- विज्ञान आदि जैसी अनेकानेक विद्याओं का दृश्य-अदृश्य रूप से स्व-ज्ञाता होता था और वह राजा देश में मौजूद उपरोक्त विषयों से सम्बन्धित सभी गणमान्यों के साथ मित्रभाव से सम्पर्क रखते थे|
देश में स्वच्छता अभियान जैसे अनेकों अभियान चलाने वाले हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी पर हमें गर्व है कि हमारे देश को अनेक विद्याओं का ज्ञाता और धर्मनिष्ठ व धर्मनिरपेक्ष राजा मिला है!
👉जिसने “कोरोना” वायरस महामारी की विश्व में कोई दवा न होते हुए भी अपने देश की जनता को प्राणऊर्जा (थाली बजाना,दीपक जलाना) जैसी बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि प्रदान की है|👉यहाँ विशेष ध्यान देने योग्य बात यह है कि जहाँ प्रकृति की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इन्यूनिटी) अधिक होती है वहाँ के वातावरण में प्रत्येक प्राणी की “रोग प्रतिरोधक” क्षमता स्वत: ही मजबूत हो जाती है| 👉मेरे मतानुसार-प्रधानमंत्री जी ने सर्वप्रथम विश्व में “कोरोना” को मिटाने के लिए दवाई(औषधि) हेतु अपनी दृष्टि दौड़ाई होगी और कोई हल न मिलने पर उन्होंने तुरन्त भारतीय ऋषि- मुनियों द्वारा निर्धारित प्राकृतिक नियमों, स्वदेशी औषधि एवं ज्योतिष विद्या को खखोला होगा और ज्योतिषीय ग्रह नक्षत्रों के समयचक्र को जानकर तत्काल प्रकृति विज्ञान के साथ स्वास्थ्य उपचार के रहस्य को समझते हुए देश में 22 मार्च रविवार(सूर्य दिन) को “जनता कर्फ्यू” की घोषणा कर दी| संक्षिप्त में कहें तो ज्योतिष विद्या के तहत वर्तमान में वायुतत्व शनि पृथ्वीतत्व राशि मकर में भ्रमणशील है और उसी मकर राशि में 22 मार्च को अग्नितत्व मंगल ग्रह का प्रवेश हुआ है!
👉प्रधानमंत्री की सूझबूझ और डाक्टर्स की मंत्रणा से 14 अप्रैल तक के लिए सम्पूर्ण देश को लॉकडाउन कर दिया| लॉकडाउन के कठोर निर्णय से यह विशेष लाभ होगा कि वायरस संक्रमण में तो कमी आएगी ही साथ ही साथ देश की जनता को स्वच्छ वायु भी प्राप्त होगी जोकि स्वस्थ जीवन का आधार है| 👉यहाँ ज्योतिष के तहत यह भी ध्यान रखा गया है कि अप्रैल माह में “अग्नितत्व सूर्य” तत्व के स्वभाव से अपनी विरोधी जलतत्व राशि मीन को छोड़कर अग्नितत्व राशि मेष में 14 अप्रैल को उदित होंगे और कोरोना का अंत निश्चित करेंगे|
👉केन्द्र सरकार द्वारा देशहित-जनहित में इस छुआछूत की बीमारी से बचने के लिए परहेज हेतु कई मुख्य निर्देशों को जारी किया गया है जिन्हें हम सब को दृढता से संकल्पित होकर संयम के साथ स्वीकार करना चाहिए क्योंकि संयम से धर्म और धर्म से पुण्य की उत्पत्ति होती है और असंयमित होने पर मृत्यु या मृत्युतुल्य पाप रूपी कष्ट ही उत्पन्न होते हैं|
👉”परहेज के बिना बीमारी से बचना और लड़ना दोनों ही असम्भव हैं” इसीलिए संक्रमण से बचाव एवं प्राणवायु(अॉक्सीजन) को प्रदूषण रहित रखने के लिए जनता जनार्दन को प्रकृति और सरकार द्वारा जनहित में जारी निर्देशों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए| प्रधानमंत्री जी द्वारा लॉकडाउन के कठोर निर्णय के बाद उन्होंने देश की जनता से असुविधा के लिए क्षमायाचना की है ! जोकि एक विनम्र और कुशल राजा की पहचान है|
👉लॉकडाउन के माध्यम से प्रधानमंत्री जी ने देश में जीवन दायिनी “प्राणवायु व प्राणऊर्जा औषधि”का वितरण सूर्य की भाँति समान रूप से बखूबी किया है! जिसके सुपरिणाम से सभी देशवासी अवगत हैं कि जहाँ वायुप्रदूषण का खतरा, खतरे के निशान से कई गुना बढ़-चढ़कर रहता था वहाँ महामारी प्रकोप के समय सामान्य है, जिसकी कोरोना से लड़ने के लिए प्रत्येक प्राणी को बहुत ही सख्त जरूरत है|
👉लॉकडाउन का सुपरिणाम समस्त भारत में देखते हुए देखिए कि राजधानी दिल्ली में प्रदूषण सामान्य से बढ़कर 200- 400- 800-1000 तक रहने वाला वायुप्रदूषण आज(3 अप्रैल) 60 के स्तर पर चला गया है साथ ही देश की उन समस्त नदियों और वृक्षों की तरफ नज़र डालें तो जल प्रदूषण और वायुप्रदूषण देखने को नहीं मिल रहा है! जोकि कोरोना के अंत के लिए निश्चित ही काल साबित होगा|
🙏एक सच्चे देशभक्त के लिए सरकार द्वारा जनहित में जारी समस्त नियमों का पालन करना ही सर्वोपरि धर्म और सच्ची देशभक्ति है| लेख में त्रुटि के लिए क्षमा🙏-पारसमणि जैन”ज्योतिष विचारक” दिल्ली!मो.9718544977