पावापुरी (नालंदा) : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप से मुक्ति व विश्वशांति के लिए जैन धर्म के 12 वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की निर्वाण स्थली पावापुरी नालंदा स्थित सिद्ध क्षेत्र दिगम्बर जैन मंदिर में रविवार को शांतिनाथ महामंडल विधान कर जिनेन्द्र प्रभु की आराधना की गई।
👉इस अवसर पर यहां विराजमान जैन साध्वी गणिनी आर्यिका 105 सौभाग्यमती माता जी ससंघ के मंगल सानिध्य में स्थानीय श्रद्धालुओं ने शारीरिक दूरी व लॉकडाउन नियम पालन के साथ मंदिर में प्रातः बेला भगवान महावीर का मंगल पाठ , अभिषेक किया। इसके पश्चात विश्वशांति के मंगल कामना के साथ भगवान का महाशांतिधारा , नित्य पूजन पाठ भक्तिमय वातावरण में किया गया। धार्मिक अनुष्ठान में भगवान महावीर के समक्ष श्रद्धालुओं ने अर्घ्य समर्पित कर सर्व सुख-शांति की प्रार्थना की।
👉गणिनी आर्यिका सौभाग्यमती माता जी ने कहा कि जिस प्रकार देश ही नही अपितु पूरे संसार में कोरोना वायरस के प्रकोप से महामारी मचा है जिससे मुक्त होने के लिए दवाओं के साथ साथ दुआओं की भी जरूरत है। मनुष्य को आत्म आराधना , जाप कर इस खतरनाक महामारी से शांति हेतु जिनेन्द्र प्रभु से प्रार्थना करना चाहिए।
👉उन्होंने कहा कि श्री 1008 शांतिनाथ महामंडल विधान करने से सभी प्रकार की विध्न , कष्ट बाधाएं दूर होती है एवं शुभ कर्मों का आना होता है। हमारे शास्त्रों में वर्णन भी है ऐसे धार्मिक अनुष्ठान से सभी रोग , शोक , दुख , दरिद्रता , दुर्भिक्ष महामारी का नाश होता हैं।
वहीं इस दौरान महामंत्र णमोकार का जाप भी चलता रहा साथ ही विधान सम्पन्न होने के बाद विश्वशांति महायज्ञ , महाआरती किया गया।