जैन समाज की महिलाएं ले रही है ऑनलाइन इंग्लिश क्लासेस
सचिन राजेन्द्र जी छाजेड़ इंदौर ।
कोरोनावायरस की वजह से आज संपूर्ण भारत लाक-डॉउन से जूझ रहा है , जिसमें हर व्यक्ति संगठन मात्र अपने हित का सोच कर अपने लिए क्या कर सकता है उसी उधेड़बुन में लगा रहा , लेकिन उन ग्रहणीयों के बारे में किसी ने नहीं सोचा जो महामारी के खिलाफ लाकडाॅउन में आज वास्तविक करोना योद्धा के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बिना किसी स्वार्थ के, बिना रुके, बिना थके, अटल अडीग होकर कर रही हैं । लेकिन इनके लिए भी किसी ने कुछ अनूठा कुछ नया सोचा हां और वह था इन महिलाओं को घर बैठे ही इंग्लिश सिखाना व इनके समय का सही सदुपयोग कर…… इन्हें आत्म स्वावलंबी वह आत्मनिर्भर बनाने का….
और जब इसका आगाज हुआ तब संपूर्ण भारतवर्ष के जैन समाज की महिलाएं घर बैठे अंग्रेजी सीखने के लिए ऑनलाइन क्लासेस कर अपने समय का सदुपयोग कर , अपने भाषा ज्ञान को बढ़ाने के यज्ञ में अपनी आहुति देने हेतु पूर्ण प्रयोजन से सम्मिलित हो गई । यह सब संभव हुआ अखिल भारतीय श्वेतांबर महिला संघ केंद्रीय इकाई इंदौर मध्य प्रदेश की टीम द्वारा आयोजित जूम ऐप के माध्यम से इंग्लिश भाषा गृहिणियों को सीखने हेतु ऑनलाइन क्लासेस के सफलतापूर्वक आयोजन के आइडिया से। मध्य प्रदेश में यह प्रथम अवसर है जब किसी महिला इकाई द्वारा इस तरह ऑनलाइन इंग्लिश की क्लासेस का आयोजन किया गया है। इनके इस प्रथम प्रयास को संपूर्ण भारतवर्ष की अनेक महिला संगठनों व बुद्धिजीवियों ने सराह व इसकी सराहना कर बधाइयां प्रेषित की।
इकाई के अध्यक्ष श्रीमती कौशल्या जी जैन ने बताया की ग्रहणीयां अपने गृहस्ती के समस्त कार्यों के साथ में ऑनलाइन इंग्लिश सीखते हुए अपने समय का सदुपयोग कर साथ में अपनी इंग्लिश भाषा के ज्ञान को बढ़ा कर उसमें विशेषज्ञता हासिल कर रही हैं जो कि बहुत ही सराहनीय है। संगठन की ही सचिव श्रीमती पूजा जी पितलिया ने कहा कि घर बैठे ही इंग्लिश सीखने का यह प्रोग्राम बहुत ही बेहतर और सफल है इससे महिलाओं को वर्तमान परिदृश्य के आधार से आधुनिक होकर आत्मनिर्भर बनने में बहुत सहायता मिलेगी । संगठन की संस्थापक अध्यक्ष श्रीमती रेखा जी जैन इसे ग्रहणीयौ के लिए वैचारिक क्रांति बताएं और महिलाओं को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए संदेश दिया की कुछ भी सीखने की कोई उम्र नहीं होती , बस जब भी सीखें पूरी तन्मयता लगन और ईमानदारी से सीखे और अपना 100% उस प्रयोजन हेतु देने का प्रयास करें ।
पूर्व अध्यक्ष श्रीमती विजय जी जैन ने कहा कि समय के सदुपयोग के साथ साथ में बहुत कुछ नया सीखने को मिला आपने बताया कि आज रोजमर्रा की जीवन में इंग्लिश एक आम बोलचाल की भाषा होकर एक व्यवसायिक भाषा हो चुकी है अतः इस 21 वी सदी के दौर में महिलाओं को आत्मनिर्भर होने हेतु इस भाषा का ज्ञान होना ही चाहिए।सचिव श्रीमती स्नेहा जी कटारिया ने बताया कि एक्सप्रेशन इंग्लिश लर्निंग प्रोग्राम के माध्यम से यह ऑनलाइन झूम ऐप मीटिंग संपूर्ण भारतवर्ष की जैन महिलाओं के लिए आयोजित की गई जिसमें संपूर्ण भारतवर्ष से 230 से भी अधिक महिलाओं ने सहभागिता कर यह सिद्ध कर दिया कि महिलाओं को कभी भी कुछ भी सीखने को मिलता है तो पीछे नहीं रहती है जिससे वह समाज और सोसाइटी में अपना पुर्ण योगदान दे सके । अपने घर परिवार के साथ ही वो समाज व राष्ट्र की उन्नति में एक सहायक की भूमिका में भी अपना पार्ट अदा कर सके। इस संपूर्ण प्रोग्राम के समन्वयक श्री जयेश जी कोठारी ने बताया की एक्सप्रेस इंग्लिश लर्निंग प्रोग्राम के तहत देश की जानी मानी 5 इंग्लिश फैकेल्टी के सहीत ही पूरी तकनीकी टीम ने अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर इसे सफल बनाया है, आपने बताया की समस्त महिलाओं को अलग-अलग ग्रुपों में विभाजित कर इन क्लासेस का अलग-अलग समय पर सेशन लेकर इन्हें पूर्ण किया गया एवं सभी ग्रुप्स को अलग-अलग देशों के राष्ट्रीय पुष्पों के नाम पर चिन्हित कर गठित किया गया।
👉सचिन राजेन्द्र छाजेड़”इंदौर”