इंदौर:- लॉक डाउन 4 के चलते सरकार द्वारा बहुत प्रमुख आवश्यक गतिविधियों को राहत प्रदान की गई है इसी को देखते हुए जैन समाज के संजीव जैन “संजीवनी” द्वारा प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर यह आग्रह व निवेदन किया गया है कि अब देवस्थानों एवं मंदिरों को भी कुछ निश्चित समय के लिए भक्तों के लिए खोला जाए।
विदित रहे कि जैन समाज व अन्य समाज के अधिकांश लोगों का प्रतिदिन मंदिर जाने व पूजन, प्रक्षाल करने का नियम होता है इसके बाद ही ऐसे लोग अन्न- जल ग्रहण करते हैं परंतु विश्व व्यापी इस महामारी के कारण उत्पन्न परिस्थितियों में समाज के साधु, संतों व विद्वानों के आग्रह पर समाज जनों ने अपने नियमों में तात्कालिक परिवर्तन करते हुए, घर को ही मंदिर मानकर अपने नियमों का पालन कर रहे है।
संजीव जैन संजीवनी ने बताया कि प्रधानमंत्री के अनुरोध पर समग्र जैन समाज ने प्रधानमंत्री केअर फण्ड एवं स्थानीय स्तर पर गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए व्यापक मदद की है, और कर रहे हैं।
समग्र जैन समाज द्वारा सुझाव के तौर पर निम्न नियमों के साथ आग्रह किया गया है कि मंदिरों को खोल दिया जाए।
👉प्रस्तावित नियमावली:-
01. प्रातः 06ः00 बजे से 10:00 बजे तक ही मंदिरजी में प्रवेश की अनुमति रहे।
02. एक बार मे सिर्फ 12-12 लोगो को सिर्फ 10 मिनिट के लिए दर्शनों अथवा पूजन की अनुमति रहे। इसके बाद अतिआवश्यक रूप से बाहर निकलना होगा।
03. मंदिर में प्रवेश करने के पूर्व हाथ एवं पैर, रीठा और शिकाकाई जैसे अहिंसक प्राकृतिक पदार्थों से साफ करना व मास्क लगाना अनिवार्य है।
04. नियमित प्रक्षाल की क्रिया को दो व्यक्ति को ही करने की अनुमति होंगी इसकी व्यवस्था एक दिन पहले ही कमेटी द्वारा नो टि स बोर्ड पर दी जााए।
05. संक्रमण को देखते हर गंदोधक रखने की व्यवस्था नही रहेगी।
06. सभी सूखी द्रव्य ही चढ़ायेंगे।
07. निर्धारित संख्या में प्रवेश किये व्यक्तियों को पर्याप्त व आवश्यक दूरी (लगभग 06 फीट) बनाये रखना आवश्यक है, उलंघन होने पर अगले दिन संबंधित को प्रवेश नही दिया जाए।
08. पूजन करने हेतु शुद्ध धोती-दुपट्टा, पूजन की किताव व अन्य वस्तुए घर से लाना होगा, संक्रमण से बचाव हेतु मंदिरजी में धोती दुपट्टे की कोई व्यवस्था नही रहेगी।
09. कोई भी सामूहिक एवं प्रवचनों का आयोजन नही किया जावेगा।
10. प्रशासन द्वारा निर्धारित सभी नियमो का पालन करना, उपयुक्त के अतिरिक्त, अतिआवश्यक होंगा।