ऊन में उत्खनन के दौरान प्राचीन जैन प्रतिमाऐं प्राप्त
खरगौन (म. प्र.) से 18 किमी दूर जैन तीर्थ स्थल ऊन के नारायण कुंड में मनेरगा के तहत मजदूरों द्वारा की जा रही खुदाई के दौरान दिनांक 3 जून 2020 को भगवान सुपार्श्वनाथ के जन्म, तप कल्याणक के अवसर पर 10-12वी सदी की भगवान सुपार्श्वनाथ या भगवान पार्श्वनाथ की प्राचीन क्षरित प्रतिमा प्राप्त|
प्रतिमा में दाई और ऊपर की और एक पद्मासन तीर्थकर प्रतिमा भी है, इसका अर्थ बाई और भी एक पद्मासन तीर्थंकर प्रतिमा होगी! प्रतिमा में परिचायकों के नाम अंकित है, जिसकी जानकारी पुरातत्व विभाग द्वारा जांच के बाद ही पता चल पाएगी! प्रतिमा को फ़िलहाल जनपद कार्यालय में रखा गया है!
ऊन प्राचीन समय में जैन शिक्षा का बड़ा केंद्र रहा है! संभवत: इसके आसपास प्राचीन जैन मंदिर अवशेष या और प्रतिमाएं भी खुदाई में प्राप्त हो, लेकिन यह प्रमाणिक सत्य है कि प्रतिमा अवश्य किसी विशाल जैन मंदिर में स्थापित रही होगी! 👉विश्व जैन संगठन