अरबिंदो अस्पताल इन्दौर की कोविड मरीजों के लिए अनुकरणीय अनूठी पहल
अरबिंदो अस्पताल इन्दौर की कोविड मरीजों के लिए अनुकरणीय अनूठी पहल
इन्दौर-: जहाँ भारत के अनेक प्रान्तों से विभिन्न प्रकार की शिकायतें आ रहीं हैं कि मरीजों के साथ बुरा वर्ताव हो रहा है, देखरेख ठीक से नहीं हो रही है, विस्तरों पर लासें पड़ीं हैं, अत्यंत अव्यवस्था है या कहीं कहीं तो मरीज के परिजनों को मरीज से मिलने पर एक एक हजार रु. का जुर्माना लगाया जा रहा है, ऐसी स्थितियों से बचने के लिए अरविंदो काॅलेज अस्पताल इन्दौर ने एक अनूठी पहल प्रारंभ की है। इस अस्पताल के प्रबंधन ने एक कान्फे्रन्सिग कक्ष बनाया है, जिसमें स्क्रीन लगवाई हैं, जहां बैठकर परिजन अपने मरीज की जानकारी ले सकते हैं, उन्हें देख सकते हैं उनसे बात कर सकते हैं। इसके लिए मरीज के पास भी निश्चित दूरी पर, निश्चित समय पर एक आई पैड लगाया जाता है, और वीडियो कान्फ्रेन्सिग के द्वारा परिजन से बात करवायी जाती है। मरीजों का अपने परिजनों से सम्पर्क बना रहता है और परिजनों को भी पूर्ण जानकारी प्राप्त होती रहती है। यह सुविधा उपलब्ध कराये जाने से जो लोग अस्पतालों में भर्ती अपने कोविड पाॅजिटिव मरीजों से मिलने और उनकी जानकारी लेने को तरस रहे हैं, जिन लोगों के पास न मोबाइल की सुविधा है न इतनी पहचान है कि अपने मरीज की जानकारी ले सकें, उनके लिए यह बहुत अच्छी सुविधा सावित हो रही है, यह एक मदद का हाथ है, एक संतुष्टि है कि उनका मरीज किस स्थिति में है।
अरबिन्दो काॅलेज के डाॅ. सुबोध चतुर्वेदी, एवं प्रिंसपल डाॅ. आनंद मिश्रा ने डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’ को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि प्रबंधन की इस पारदर्शिता पूर्ण अनूठी पहल से कोविड मरीज और उनके परिजन दोनों बहुत खुश हैं। मरीज के परिजनों को कानफ्रेन्स कक्ष में आने से पहले पूर्णतः सैनिटाइज किया जाता है, फिर वह सिफ्ट खत्म होने पर कक्ष को भी पूर्णतः सैनिटाइज किया जाता है, तब अगली सिफ्ट के अभिभावकों को कानफ्रेन्स कक्ष में आने दिया जाता है। इस तरह पूर्ण एतिहात वर्ती जाती है।
यह सुविधा देश के सभी कोविड अस्पतालों में उपलब्ध करायी जानी चाहिए जिससे मरीज और परिजनों का आपस में संवाद बना रहे और किसी तरह की कोई अफवाह से भी बचा जा सकेगा।-
-डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’
22/2, रामगंज, जिन्सी, इन्दौर 9826091247
इन्दौर-: जहाँ भारत के अनेक प्रान्तों से विभिन्न प्रकार की शिकायतें आ रहीं हैं कि मरीजों के साथ बुरा वर्ताव हो रहा है, देखरेख ठीक से नहीं हो रही है, विस्तरों पर लासें पड़ीं हैं, अत्यंत अव्यवस्था है या कहीं कहीं तो मरीज के परिजनों को मरीज से मिलने पर एक एक हजार रु. का जुर्माना लगाया जा रहा है, ऐसी स्थितियों से बचने के लिए अरविंदो काॅलेज अस्पताल इन्दौर ने एक अनूठी पहल प्रारंभ की है। इस अस्पताल के प्रबंधन ने एक कान्फे्रन्सिग कक्ष बनाया है, जिसमें स्क्रीन लगवाई हैं, जहां बैठकर परिजन अपने मरीज की जानकारी ले सकते हैं, उन्हें देख सकते हैं उनसे बात कर सकते हैं। इसके लिए मरीज के पास भी निश्चित दूरी पर, निश्चित समय पर एक आई पैड लगाया जाता है, और वीडियो कान्फ्रेन्सिग के द्वारा परिजन से बात करवायी जाती है। मरीजों का अपने परिजनों से सम्पर्क बना रहता है और परिजनों को भी पूर्ण जानकारी प्राप्त होती रहती है। यह सुविधा उपलब्ध कराये जाने से जो लोग अस्पतालों में भर्ती अपने कोविड पाॅजिटिव मरीजों से मिलने और उनकी जानकारी लेने को तरस रहे हैं, जिन लोगों के पास न मोबाइल की सुविधा है न इतनी पहचान है कि अपने मरीज की जानकारी ले सकें, उनके लिए यह बहुत अच्छी सुविधा सावित हो रही है, यह एक मदद का हाथ है, एक संतुष्टि है कि उनका मरीज किस स्थिति में है।
अरबिन्दो काॅलेज के डाॅ. सुबोध चतुर्वेदी, एवं प्रिंसपल डाॅ. आनंद मिश्रा ने डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’ को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि प्रबंधन की इस पारदर्शिता पूर्ण अनूठी पहल से कोविड मरीज और उनके परिजन दोनों बहुत खुश हैं। मरीज के परिजनों को कानफ्रेन्स कक्ष में आने से पहले पूर्णतः सैनिटाइज किया जाता है, फिर वह सिफ्ट खत्म होने पर कक्ष को भी पूर्णतः सैनिटाइज किया जाता है, तब अगली सिफ्ट के अभिभावकों को कानफ्रेन्स कक्ष में आने दिया जाता है। इस तरह पूर्ण एतिहात वर्ती जाती है।
यह सुविधा देश के सभी कोविड अस्पतालों में उपलब्ध करायी जानी चाहिए जिससे मरीज और परिजनों का आपस में संवाद बना रहे और किसी तरह की कोई अफवाह से भी बचा जा सकेगा।-
-डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’
22/2, रामगंज, जिन्सी, इन्दौर 9826091247