Paras Punj

Main Menu

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

logo

Paras Punj

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा
लेख-विचार
Home›लेख-विचार›दृष्टिकोण को समझ लें तो न कोई आग्रह न विग्रह डॉ निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)

दृष्टिकोण को समझ लें तो न कोई आग्रह न विग्रह डॉ निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)

By पी.एम. जैन
May 5, 2024
794
0
Share:

दृष्टिकोण  को समझ लें तो न कोई आग्रह न विग्रह

डॉ निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश) 

एक सेवक अपने मालिक के पास आकर बोला -मालिक मैं अब आपकी सेवा और नहीं कर सकूँगा घर जा रहा हूँ। मालिक ने कहा जैसी तुम्हारी मर्जी, पर एक बात सुनो तुम जा रहे हो तो बाकी बची तनख्वाह की एवज में यह ऊंट ले जाओ।  क्योंकि इस ऊंट के देखभाल तुम ही करते थे। सेवक ने कहा स्वामी मैं पहले ऊंट को अच्छी तरह देख लूँ फिर बात करूंगा। मालिक बोले ऊंट का क्या देखोगे? सालों से तुम उसकी देखभाल करते आ रहे हो। सेवक ने कहा इतने दिन तो मैंने सेवा की दृष्टि से देखा था और अब खरीदने की दृष्टि से देखुंगा कि यह सौदा मेरे लिए कितना नफे नुकसान का होगा। दृष्टियां हर परिस्थिति में अलग-अलग रूप धरती रहती हैं।  किसी वस्तु या पदार्थ को सदा एक दृष्टि से नहीं देखा जा सकता।

पिता ने छोटे पुत्र की प्रशंसा कर दी बड़ा पुत्र नाराज हो गया। बोला, पिताजी छोटे की ही प्रशंसा करते हैं मेरी नहीं। यह पक्षपात है।  पिता ने कहा -तू मेरी दृष्टि को नहीं समझ रहा है। तू तो समझदार है, अच्छा काम कर रहा है। यह अभी उद्दंड है। इसको प्रशंसा करके ही आगे बढ़ाना है। तिरस्कार करके उसके आगे नहीं ला सकते। कोई छोटा बच्चा अच्छा काम करके आता है तो पीठ ठोक कर शाबासी देते हैं अगर वही काम बड़ा आदमी करके आएगा तो ऐसा नहीं करते। हर व्यवहार में एक दृष्टि है, हर व्यवहार के पीछे एक दृष्टिकोण है। हम दृष्टि को समझने का प्रयत्न करें और दृष्टिकोण  को समझ लें  तो न कोई आग्रह होगा न विग्रह रहेगा।

आइंस्टीन से उनकी पत्नी बोली कि आपने जो नौकर रखा है बहुत खराब है, ढंग से कोई काम नहीं करता, जवाब देता है। आइंस्टीन ने कहा तुम ठीक कह रही हो। आइंस्टीन ने नौकर से इस शिकायत के बारे में पूछा तब उसने कहा साहिब मैडम ही ऐसी हैं, मैं क्या करूं। बात-बात पर गुस्सा हो जाती हैं, उल्टा-सीधा बोल जाती हैं। आइंस्टीन ने कहा ठीक है। पत्नी बोली तुम कैसे हो जी। मैं जो कहती हूँ वो भी ठीक है, नौकर भी ठीक है। आइंस्टीन ने पत्नी को समझाया यह सारी गलतफहमियां एक दूसरे के नजरिये को न समझने के कारण हैं। अगर हम यह जान लें जो भी कुछ कहा है उसके पीछे उसकी अपनी क्या सोच है तो स्थिति साफ हो जाए। किस दृष्टिकोण से कह रहा है उसे न समझने के कारण ही छोटी-छोटी बात बड़ी बन कर गंभीर विवाद का कारण बन जाती है।

              कार स्वामी ने ड्राइवर से कहा तुम सच-सच बताओ कि तुमने अब तक कितना पेट्रोल चुराया है। मैं कुछ नहीं कहूंगा, कोई दंड भी नहीं होगा। ड्राईवर ने सर झुका कर उत्तर दिया -साहब जब इनकम टैक्स ऑफिसर आते हैं तो आप कितना सच बोलते हैं? मुझे यह बताओ फिर मैं आपकी बात का उत्तर दुंगा। उपरोक्त सारे संदर्भ इसलिए कि हर क्षेत्र में हमारी वर्तमान की सारी अस्तव्यस्तता की समस्या यही है कि जब हम अपनी ही दृष्टि की बात को समग्र मान लेते हैं तो तथ्यों का पूर्ण प्रकटीकरण नहीं हो पाता, गलतफहमियों से घिर जाते हैं। श्रद्धा और आस्था को लेकर भी हमारा यही एकांगी सोच, दृष्टिकोण रहता है। जितने ग्रंथ हैं, उनके जितने भी टीकाकार हैं, जितनी पुस्तक हैं, जितना साहित्य है उसमें नाना प्रकार की बातें लिखी हैं। जिनमें कभी-कभी परस्पर विरोधाभास भी झलकता है। प्रश्न उठता है हम किसको मानें, किसको न माने। जब हम अपने एकतरफा दृष्टिकोण से किसी एक बात को पकड़ कर उसे ही आग्रह का रूप दे देते हैं तो वो एकांगी दृष्टिकोण ही संपूर्ण नहीं होता है।  हमारा आग्रह, विग्रह बन कर अलगाव और बिखराव उत्पन्न कर देता है। जज (से.नि.) डॉ. निर्मल जैन

Previous Article

अनेक संस्थाओं के मध्य हुआ सर्वोच्च विद्वान् ...

Next Article

पैसा नहीं सत्कर्म बोलता है-डॉ निर्मल जैन ...

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

Related articles More from author

  • लेख-विचार

    ऐसा होना होता है राम होना- डॉ. निर्मल जैन (जज)

    October 5, 2022
    By पी.एम. जैन
  • लेख-विचार

    बहुत तीखा सच है👉प्रतिमा से अधिक महत्वपूर्ण सिंहासन👉डा.निर्मल जैन(से.नि.)जज

    April 26, 2020
    By पी.एम. जैन
  • लेख-विचार

    एक राखी देश की रक्षा,पर्यावरण की रक्षा,धर्म की रक्षा के लिए भी बाँधें-डा.सुनील जैन “संचय”

    July 26, 2020
    By पी.एम. जैन
  • लेख-विचार

    अप्राकृतिक भोजन करने पर प्रकृति स्वयं ही दंड निर्धारित करती रहती है

    February 20, 2020
    By पी.एम. जैन
  • लेख-विचार

    क्षमा अतीत को तो नहीं किन्तु भविष्य अवश्य बदल देती है👉डा.निर्मल जैन(से.नि.जज)

    September 3, 2020
    By पी.एम. जैन
  • लेख-विचार

    अपने-अपने झंडों के डंडे नहीं,धर्म का झण्डा ऊंचा करने का समय

    November 13, 2019
    By पी.एम. जैन

  • ज्योतिष

    श्रीमान बाबूलाल शास्त्री ज्योतिष भामाशाह उपाधि से सम्मानित

  • प्रवचन

    चरण पूज्यनीय नहीं होते आचरण पूज्य होता है :आचार्य विमदसागर मुनिमहाराज

  • राज्य

    पुलिस में ऐसे भी होते हैं अधिकारी

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • भीतर से खोखले ही होते हैं-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
  • गोमेद व अम्बिका यक्ष-यक्षी की स्वतंत्र युगल प्रतिमाएँ

Find us on Facebook

विज्ञापन

मेन्यू

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • Home
  • Contact Us