Paras Punj

Main Menu

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

logo

Paras Punj

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा
धर्म-कर्म
Home›धर्म-कर्म›माँ-बाप से कभी नहीं करवायें घर के 2 काम वरना जिंदगी भर रहेंगे परेशान

माँ-बाप से कभी नहीं करवायें घर के 2 काम वरना जिंदगी भर रहेंगे परेशान

By पी.एम. जैन
October 17, 2018
1784
0
Share:

नई दिल्ली : शाँतिनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र आवां में चल रहे चातुर्मास में मुनि पुंगव 108 श्री सुधा सागर जी महाराज ने प्रवचनों में कहा कि जो इंसान वयस्क होने पर भी माता-पिता से झूठे बर्तन मंजवाता है। नहाने-धोने एवं पीने के लिए पानी भरवाता है वह पाप का भागीदार होता है |

जैन मुनि श्री सुधासागर जी महाराज ने कहा कि कृत्य ऐसा करना चाहिए जिससे माता-पिता, परिवार, समाज और देश का नाम ऊँचा हो। बैर,पाप और अभिमान को छोड़ना चाहिए। संपत्ति के लिए भाई-भाई का दुश्मन हो जाता है। अहिंसा धर्म के पालन के लिए जैन साधु वर्षायोग करते हैं। इसका मकसद श्रद्धालुओं में आध्यात्मिक जागरण व श्रद्धा को लाना है। श्रावक 4 माह अहंकार, दुराग्रह को छोड़कर सरलता धारण करे। यह विचार मुनि श्री सुधा सागर जी ने मंगल प्रवचनों में व्यक्त किए। इस दौरान अध्यक्ष नेमीचंद जैन, ओमप्रकाश जैन, पवन जैन, आशीष जैन, श्रवण कोठारी ने बताया कि रोजाना धर्मसभा में देवली, जयपुर, कोटा, टोंक मालपुरा, अजमेर, ब्यावर, किशनगढ़, निवाई, सवाईमाधोपुर आदि स्थानों से सैकड़ों जैन समाज के लोग आ रहे है।

माँ-बाप की सेवा करना ही धर्म :

माता-पिता की सेवा करना धर्म है। चाहे वह किसी भी हिसाब से हो। सेवा करना हमारा धर्म है और जितना हम धर्म का पालन करेंगे, उतना सुख हमें मिलेगा। बुजुर्गों की सेवा तो होती है।साथ-साथ सुख भी होता है। माँ-बाप को सुख दें तो हमें सुख मिलता है।

चातुर्मास स्वयं को जानने का अवसर :

मुनि श्री सुधा सागर जी महाराज ने कहा कि चातुर्मास स्वयं को जानने तथा अन्य जीवों की प्राण रक्षा का अवसर है। चातुर्मास पर्व यानि चार माह का तप, साधना,भक्ति और पूजा का आयोजन है। तपस्या का फल शाश्वत सुख है। तप से आत्मा शुद्ध होती है। जिस प्रकार अग्नि से स्वर्ण शुद्ध होता है। प्रिय एवं सत्य भाषा का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन्द्रिय और मन को बस में करना तप है। जहां नित देव पूजाएं गुरु की वंदना की जाती है। वह स्थान स्वर्ग तुल्य है। गुरु की समीपता से मोहरुपी अंधकार नष्ट होता है।

जैसा बोता है, वैसी ही फसल काटता है :

मुनि श्री ने कहा कि देवी-देवता भी किसी व्यक्ति की पूजा-उपासना तभी स्वीकार करते हैं जब वह अपने घर में मौजूद देवी-देवता यानी मां-बाप की सेवा करता है। मां-बाप की उपेक्षा करने वालों के लिए तीर्थस्थलों की खाक छानने का कोई अर्थ नहीं है। दुर्भाग्य से अब यही हो रहा है। लोग यह भूलते जा रहे हैं कि माँ-बाप कितने कष्ट उठाकर बच्चों का पालन-पोषण करते हैं।

Previous Article

मौलवियों का बिजनेस बन गया है, हलाला-:निदा ...

Next Article

दिल्ली में चुनाव पर हुआ सर्वे, जनता ...

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

Related articles More from author

  • धर्म-कर्म

    दुनिया में शांति लाने का उपाय है आर्जव धर्म

    September 12, 2021
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    *भगवान महावीर जन्मकल्याणक पर निकाली गई भव्य शोभायात्रा, जियो और जीने दो से गुंजायमान हुआ नगर।*

    April 14, 2022
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    करोड़ों पूजा,जप,स्तुतियों से महान् है क्षमा

    September 12, 2021
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    हिन्दू त्यौहार और शुभावसर पर लोग क्यों करते हैं भंडारा

    December 10, 2018
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    👉कैसे बंधते हैं अंतराय कर्म👉जानिए*अंतराय कर्म का स्वरूप*

    June 15, 2020
    By पी.एम. जैन
  • धर्म-कर्म

    स्वयं पर स्वयं के नियंत्रण का नाम है संयम

    September 14, 2021
    By पी.एम. जैन

  • जैन समाचार

    अखिल भारत वर्षीय दिगम्बर जैन युवा परिषद के 43 वें स्थापना दिवस पर जैनसमाज कामाँ ने धर्म वृद्धि की कामना

  • जैन समाचार

    श्री हुकुम चंद सावला प्रतिष्ठित 25 वे महावीर अवार्ड से सम्मानित।

  • ज्योतिष

    अंग्रेजी अक्षरों से प्रारम्भ होने वाले, नाम के लोगों की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • भीतर से खोखले ही होते हैं-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
  • गोमेद व अम्बिका यक्ष-यक्षी की स्वतंत्र युगल प्रतिमाएँ

Find us on Facebook

विज्ञापन

मेन्यू

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • Home
  • Contact Us