इतिहास
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जैन दर्शन का 46 वर्ष पूर्व का ऐतिहासिक प्रसंग*
*गुरुणामगुरु आचार्य श्री महावीरकीर्ति जी महायतिराज के आदेश* *जिनके वरदानदायी हस्तकमलो से युगश्रेष्ठ योग्यतम महानतम सन्त बना पट्टाचार्य* *श्रेष्ठ संघ हेतु आगमानुसार पंचाधारो की ...