क्या हस्तरेखा के कारण होती है पति – पत्नी में तू-तू, मैं-मैं ?.
# यदि किसी व्यक्ति के हाथ में विवाह रेखा के अन्त में साँप की जीभ जैसी दो शाखाऐं हों तो पति-पत्नी के बीच वैचारिक मतभेद रहते हैं और छोटी-छोटी बातों पर तू-तू, मैं-मैं होती रहती है।
# यदि किसी व्यक्ति के दोनों हाथों में विवाह रेखा के आरम्भ में दो शाखाएें हो तो उस व्यक्ति की शादी टूटने का डर बना रहता है।
# यदि किसी स्त्री के हाथ में विवाह रेखा के आरम्भ में द्वीप चिह्न हो तो उसका विवाह किसी धोखे से होने की संभावनाऐं बनी रहती हैं। साथ ही यह निशान जीवन साथी के खराब स्वास्थ्य की ओर भी इशारा करता है।
# यदि किसी व्यक्ति के हाथ में विवाह रेखा बहुत अधिक नीचे की ओर झुकी हुई दिखाई दे रही है और वह हृदय रेखा को काटते हुए नीचे की ओर चली जाये तो यह शुभ लक्षण नहीं माना जाता है। ऐसी रेखा वाले व्यक्ति का जीवन साथी उसकी मौजूदगी में ही गुजर सकता है।
#यदि किसी व्यक्ति की हथेली में विवाह रेखा लम्बी और सूर्य पर्वत तक जाने वाली है तो यह संपन्न और समृद्ध जीवनसाथी का प्रतीक है।
# यदि बुध पर्वत से निकली हुई कोई भी रेखा विवाह रेखा को काट दे तो उस व्यक्ति का वैवाहिक जीवन परेशानियों भरा होता है।
विवाह रेखा अगर बीच में टूटी हो तो यह विवाह टूटने का संकेत माना जाता है।
नोट- आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। यह जानकारियां धार्मिक आस्थाओं, लौकिक मान्यताओं एवं हस्तरेखा विद्या के विद्वानगणों के अपने-अपने ज्ञान पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।