जैन समाचार
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क्षमावाणी मनाने का अनूठा अंदाज
क्षमावाणी मनाने का अनूठा अंदाज -डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, इन्दौर, 9826091247 वाराणसी में क्षमा मांगने और क्षमा करने की अनूठी परंपरा है। यहां प्रतिवर्ष ... -
दूसरों से क्षमा मांगने से पहले स्वयं से क्षमा मांगे”👉आचार्य विशुद्ध सागर महाराज
इन्दोर:-आपने क्रोध करके अपने आप का सबसे ज्यादा नुकसान किया है उसके लिए सबसे पहले स्वयं से क्षमा माँगना चाहिए। क्षमा दूसरों के द्वारा ... -
मुनि निंदक पर सिकंजा- जैन समाचार वायरल न्यूज
VIDVADVIMARSHA ALLMP NEWSNATIONAL NEWSINDIA NEWSSPORTS मुनि निंदक पर सिकंजा August 29, 2020 • DR. MAHENDRA KUMAR JAIN मुनि निंदक पर सिकंजा जैन संतों के ... -
🌺जैन एकता की अनूठी पहल🌺
भगवान महावीर देशना समिति के तत्वावधान में आयोजित 18 दिवयीय सामूहिक पर्युषण महापर्व के प्रसंग पर आशीर्वचन प्रदान करते हुए परम पूज्य एलाचार्य श्री ... -
गाइडलाइन पालन करते हुए पर्यूषण पर्व मनाए :आचार्य ज्ञानसागर जी महाराज*👉भारतीय जैन बैंकर फोरम की बेविनार सम्पन्न
बारां, राजस्थान। राष्ट्रसंत सराकोद्धारक 108 आचार्य श्री ज्ञानसागर महाराज जी के पावन सानिध्य में वेबीनार के माध्यम से अखिल भारतीय जैन बैंकर फोरम की ... -
धूप दशमी के अवसर पर समाज जन करेंगे समस्त मंदिरों के टीवी के माध्यम से इंदौर के मंदिरों के लाइव दर्शन।
“इंदौर :- दिगंबर जैन युवा प्रकोष्ठ धूप दशमी (28 अगस्त) के अवसर पर समाज जनों को घर बैठे इंदौर के समस्त मंदिरों के दर्शन ... -
प्रतिष्ठित अंकलीकर पुरस्कार 2020 हेतु प्रविष्टियां आमंत्रित
प्रतिष्ठित अंकलीकर पुरस्कार 2020 हेतु प्रविष्टियां आमंत्रित प.पू. तपस्वीसम्राट् आचार्यश्री सन्मतिसागरजी महाराज के आशीर्वाद एवं मुनिकुंजर आचार्यश्री आदिसागर (अंकलीकर) के चतुर्थ पट्टाधीश आचार्यश्री सुनीलसागर ... -
दिगम्बर जैन संतों की चातुर्मास सूची 2020
आचार्य परमेष्टि आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज ससंघ – रेवती रेंज, इंदौर (म.प्र.) आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी महाराज ससंघ – बेलगांव (कर्णाटक) ... -
उपाध्याय श्री उर्जयन्त सागर जी महाराज के चातुर्मास कलश की स्थापना कल (10 जुलाई) शांतिनाथ दिगंबर जैन बीसपंथी मंदिर मल्हारगंज इंदौर में।
On Thu, 9 Jul 2020, 19:52 Digamber Jain Samaj, <indorejainchaturmas2017@gmail.com> wrote: उपाध्याय श्री उर्जयन्त सागर जी महाराज के चातुर्मास कलश की स्थापना कल (10 ... -
शारीरिक दूरी के साथ, शरीर व आत्मा के अंतर को समझ कर करें धर्म साधना। उपाध्यायश्री उर्जयन्त सागरजी
इंदौर:- (10 जुलाई) चातुर्मास अवधि में दिशाओं का बंधन कर संतों द्वारा आत्मसाधना की जाती है ताकि अहिंसा का पालन हो सके। कोरोना महामारी ...