आगरा में जनपद स्तरीय शाकाहार निबंध एवं संभाषण प्रतियोगिता
आगरा। आगरा में हरीपर्वत में स्थित एम डी जैन इंटर कॉलेज के विशाल पंडाल में 22 अक्टूबर 2018 को परम पूज्य सराकोद्धारक आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज ससंघ के पावन सान्निध्य में जनपद स्तरीय शाकाहार निबंध एवं संभाषण प्रतियोगिता का शुभारंभ पल्लीवाल महिला मंडल की महिलाओं ने किया।
चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन एवं पाद प्रक्षालन के बाद ब्र. अनीता दीदी ने पूज्य आचार्यश्री के विराट व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और आचार्यश्री द्वारा युवाओं को जागरूक करने की दिशा में उठाये जा रहे कदम को महत्वपूर्ण बताया।
इस अवसर पर परम पूज्य आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज ने अपनी पीयूष वाणी द्वारा कहा कि भारत देश में दूध दही की नदियां बहती थी, आज पानी भी कम होता जा रहा है। राम-रहीम- महावीर के समय अहिंसा, सत्य का प्रकाश था, पर आज बड़े दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि उसी धरा पर अहिंसा, दया नजर नहीं आ रही है। जहां हजारों धर्मायतनों का निर्माण होता था, कत्लखाने खुल रहे हैं। प्रातःकाल होने से पहले ही लाखों मूक पशु मौत के घाट उतारे जाते हैं। बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के समीचीन उद्देश्य को समझें। शिक्षा का उद्देश्य हैं- चरित्र निर्माण, ईगो को गो करना, मां-पिता को सम्मान देना, सत्यनिष्ठ कर्तव्यनिष्ठ बनना, जीवन में इंसानियत की रोशनी जलाना आदि।
उन्होंने कहा कि मुझे सभी छात्रों से अपेक्षा है की वह जीवन में अंडा, मांसाहार, व्यसनों से दूर रहेंगे। अंडा भी एक मां का लाल है, उसे खाना भी माँसाहारी कहलाना है, हिंसक कहलायेंगे।
आप सभी फ़ास्ट फ़ूड आदि का अधिक उपयोग न करे। मोबाइल आदि का अतिप्रयोग, दुरुपयोग न करे। मां-पिता, पुस्तक एवं शिक्षकों की विनय करे। प्रभु की प्रार्थना करें। पढ़ते समय एकाग्रता एवं आत्मविश्वास रखें। कैसी भी परिस्थितियां आये निराश न हों। मां-पिता को ठुकरायें नहीं, उनसे कुछ छिपाएं नहीं। मां के हाथ बना भोजन ही करें। प्रतिदिन का होमवर्क प्रतिदिन करें। प्रकृति प्रदत्त शाकाहार भोजन ही करें।
पूज्य श्री के उद्बोधन पश्चात ‘पटाखे नहीं फोड़े’ संबंधित पत्रिका का विमोचन आगरा के महापौर श्री नवीन जैन आदि द्वारा किया गया। छात्र छात्राओं को पटाखे न चलाने और साफ सफाई के लिए प्रेरित किया गया।
विभिन्न विद्यालय के छात्रों ने भी अपने विचार व्यक्त किये। उल्लेखनीय है कि आचार्य श्री ज्ञानसागर जी की प्रेरणा से आयोजित इस कार्यक्रम में छह तहसीलों के लगभग 500 विद्यालयों के लगभग 4000 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। उक्त जानकारी डॉ. सुनील संचय ललितपुर ने प्रदान की है।
-डॉ. सुनील जैन संचय