Paras Punj

Main Menu

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

logo

Paras Punj

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा
शिक्षा
Home›शिक्षा›बाज के बच्चे मुँड़ेर पर नहीं उड़ा करते-:👉के.एस.शास्त्री

बाज के बच्चे मुँड़ेर पर नहीं उड़ा करते-:👉के.एस.शास्त्री

By पी.एम. जैन
February 11, 2019
3347
0
Share:
मुझे प्रतीत होता है कि आज के आधुनिक दौर में जीवन यापन करने वाले अभिभावकों के लिए यह संकलन किया लेख अपने बच्चों के वास्ते प्रेरणा
दायक सिद्ध होगा
जो नीचे निम्न
लिखित है-👇
बाज पक्षी जिसे हम ईगल या शाहीन भी कहते है। जिस उम्र में बाकी परिंदों के बच्चे चिचियाना सीखते है उस उम्र में एक मादा बाज अपने चूजे को पंजे में दबोच कर सबसे ऊँचा उड़ जाती है। पक्षियों की दुनियाँ में ऐसी Tough and tight training किसी भी ओर की नही होती।मादा बाज अपने चूजे को लेकर लगभग 12 Kmt. ऊपर ले जाती है!जितने ऊपर अमूमन हवाई जहाज उड़ा करते हैं और वह दूरी तय करने में मादा बाज 7 से 9 मिनट का समय लेती है।
यहाँ से शुरू होती है उस नन्हें चूजे की कठिन परीक्षा। उसे अब यहाँ बताया जाएगा कि तू किस लिए पैदा हुआ है? तेरी दुनियाँ क्या है? तेरी ऊँचाई क्या है? तेरा धर्म बहुत ऊँचा है और फिर मादा बाज उसे अपने पंजों से छोड़ देती है।धरती की ओर ऊपर से नीचे आते वक्त लगभग 2 Kmt. उस चूजे को आभास ही नहीं होता कि उसके साथ क्या हो रहा है। 7 Kmt. के अंतराल के आने के बाद उस चूजे के पंख जो कंजाइन से जकड़े होते है, वह खुलने लगते है, लगभग 9 Kmt. आने के बाद उनके पंख पूरे खुल जाते है। यह जीवन का पहला दौर होता है जब बाज का बच्चा पंख फड़फड़ाता है।
अब धरती से वह लगभग 3000 मीटर दूर है लेकिन अभी वह उड़ना नहीं सीख पाया है। अब धरती के बिल्कुल करीब आता है जहाँ से वह देख सकता है उसके स्वामित्व को। अब उसकी दूरी धरती से महज 700/800 मीटर होती है लेकिन उसका पंख अभी इतना मजबूत नहीं हुआ है कि वह उड़ सके।
धरती से लगभग 400/500 मीटर दूरी पर उसे अब लगता है कि उसके जीवन की शायद अंतिम यात्रा है,फिर अचानक से एक पंजा उसे आकर अपनी गिरफ्त मे लेता है और अपने पंखों के दरमियान समा लेता है।
यह पंजा उसकी माँ का होता है जो ठीक उसके ऊपर चिपक कर उड़ रही होती है। और उसकी यह ट्रेनिंग निरंतर चलती रहती है जब तक कि वह उड़ना नहीं सीख जाता।
यह ट्रेनिंग एक कमांडो की तरह होती है।. तब जाकर दुनियाँ को एक बाज़ मिलता है अपने से दस गुना अधिक वजनी प्राणी का भी शिकार करता है।
हिंदी में एक कहावत है👉”बाज़ के बच्चे मुँडेर पर नहीं उड़ते।”
बेशक अपने बच्चों को अपने से चिपका कर रखिए पर उसे दुनियाँ की मुश्किलों से रूबरू कराइए, उन्हें लड़ना सिखाइए। बिना आवश्यकता के भी संघर्ष करना सिखाइए। यह Tv के रियलिटी शो और अंग्रेजी स्कूल की बसों ने मिलकर आपके बच्चों को “ब्रायलर मुर्गे” जैसा बना दिया है जिसके पास मजबूत टंगड़ी तो है पर चल नही सकता। वजनदार पंख तो है पर उड़ नही सकता क्योंकि👉गमले के पौधे और जंगल के पौधे में बहुत फ़र्क होता है।
Previous Article

आज है बसंत पंचमी ना करें यह ...

Next Article

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मजबूत हो ...

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

Related articles More from author

  • शिक्षा

    आज है बसंत पंचमी ना करें यह पाँच काम नहीं तो पछताना पड़ सकता👉पी.एम.जैन

    February 10, 2019
    By पी.एम. जैन
  • शिक्षा

    🕛वैदिक घड़ी🕑देखिये आपकी⌚घड़ी क्या कहती है

    August 30, 2020
    By पी.एम. जैन
  • शिक्षा

    भारतीय संस्कृति की कुछ ज्ञानवर्धक जानकारियाँ-पी.एम.जैन

    November 21, 2018
    By पी.एम. जैन
  • शिक्षा

    हमारे हिन्दुस्तान की कुछ बातें हमें करती हैं गौरवान्वित

    December 16, 2018
    By पी.एम. जैन
  • शिक्षा

    संजीवनी पब्लिक स्कूल में दीपावली उत्सव का आयोजन किया गया।

    November 4, 2018
    By पी.एम. जैन
  • शिक्षा

    चैताली जैन का चयन इसरो लॉन्च के लिए हुआ

    February 23, 2020
    By पी.एम. जैन

  • राजनीति

    सोनी टीवी वाले, सोनिया गाँधी से ज्यादा समझदार हैं -परेश रावल

  • सम्पादकीय

    आत्मनिर्भर अभियान के नाम पर, इंस्पेक्टर निर्भरता से ग्रस्त है देश की राजधानी दिल्ली – P.M.JAIN

  • धर्म-कर्म

    15 जून👉श्रुत पंचमी : दुर्लभ जैन ग्रंथ एवं शास्त्रों की रक्षा का महापर्व-डॉ. सुनील जैन ‘संचय’ ललितपुर

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • भीतर से खोखले ही होते हैं-डॉ.निर्मल जैन (से.नि.न्यायाधीश)
  • गोमेद व अम्बिका यक्ष-यक्षी की स्वतंत्र युगल प्रतिमाएँ

Find us on Facebook

विज्ञापन

मेन्यू

  • होम
  • देश
  • विदेश
  • राज्य
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • खेल
  • ज्योतिष
  • हेल्थ
  • धर्म-कर्म
  • लेख-विचार
  • अपराध
  • राजनीति
  • शिक्षा

ताजा खबरे

  • वर्तमान की सभी विकृतियों का समाधान,केवल महावीर*डा निर्मल जैन*जज*
  • जैन समाज में दुःखद खबर
  • जैन विद्या के विविध आयाम युवा विद्वत्संगोष्ठी एवं विद्वत् सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न 51 विद्वान हुए सम्मिलित
  • श्री महावीर जी संग्रहालय की दुर्लभ जिन प्रतिमाऍ
  • देव शास्त्र गुरु अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सम्पन्न
  • भौतिकवादी संसार में शांत, सुखी जीवन का मार्ग*दशलक्षणपर्व* -डॉ निर्मल जैन (से.नि.) न्यायाधीश नई दिल्ली
  • जैन पर्व अनुशीलन राष्ट्रीय विद्वत् संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न
  • *महिला जैन मिलन पारस द्वारा आयोजित तीज कार्यक्रम में रजनी जैन वाइफ ऑफ राहुल जैन बनी तीज क्वीन*
  • Home
  • Contact Us