केन्द्र की मोदी सरकार ने सिर्फ 4.8 सालों के सीमित समय में ही देश की जनता के खरबों रुपयों का सदुपयोग करते हुए भारतीय सेना को शक्तिशाली बनाया है! जिसका देश की जनता को प्रमाण देने की जरूरत नहीं है क्योंकि जनता के समक्ष प्रमाण खुले मैदान में स्वत: ही दृष्टि गोचर हो रहे हैं|
मोदी सरकार के इस सीमित समय में इन हथियारों को अब भारत की वन्सुधरा पर लाना भी शुरू हो चुका है|
भारतीय वायुसेना अब नि: संदेह जल्द ही विश्व की प्रथम श्रेणी में शक्तिशाली बनकर उभरेगी|
आज वर्तमान में दुनियाँ के सबसे शक्तिशाली मालवाहक अमेरिकी चिनूक हेलीकॉप्टर,
टैंक,बख्तरबंद युद्धक वाहन,300 सैनिक हथियार सहित,किसी भी मौसम में कहीं पर भी लाये ले जाये जा सकेंगे,बाढ़ व प्राकृत आपदाओं के समय बचाव कार्य के लिए सबसे उपयोगी साबित होने वाला अमेरिका का यह चिनूक हेलीकॉप्टर है|
भारतीय वायुसेना में चिनूक हेलिकॉप्टर आदि की ताकत बढ़ने से अब युद्ध के समय भारतीय थलसेना को सबसे कम समय में युद्ध सामग्री मोर्चे पर पहुँचने में बहुत बड़ी आसानी होगी|
चौकिए मत क्योंकि👇👇
प्रधानमंत्री मोदी ने दूरदर्शी सोच व पारदर्शी रक्षा सौदे की बदौलत देश की सत्ता के निर्धारित समय से पहले और 2साल के सीमित समय के अन्दर ही अपाचे व चिनूक हेलीकॉप्टर की खरीद प्रक्रिया पूरी करके डिलवरी भी लेनी शुरू कर दी है जिसके अन्तर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 चिनूक हेलीकॉप्टर की पहली खेप भारत ले आयें है| सूत्रों के अनुसार 21 हजार करोड़ रुपए में 15 चिनूक और 22 अपाचे की बात हुई थी जिसमें से 4 चिनूक हेलीकॉप्टर्स का पहला बैच भारत को मिला है। यह हेलीकॉप्टर्स गुजरात के मुंद्रा एअरपोर्ट पर पहुँचे हैं।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सौदा पिछले साल बोइंग और अमेरिकी सरकार के साथ किया था जोकि देशहित में एक सही नेतृत्व वाली वर्तमान मोदी सरकार का सहासिक कदम रहा है |