नई दिल्ली -: राजधानी दिल्ली की सबसे सुरक्षित कही जाने वाली तिहाड़ जेल से एक सनसनी फैला देने वाली खबर मिली है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम के तहत कहा जाता है कि दिल्ली तिहाड़ में बिना अनुमति के परिंदा भी जेल में घुस नहीं सकता लेकिन जेल में सजा काट रहे कैदी धड़ल्ले से मोबाइल फोन और इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। आपको बता दें कि जेल में सजा काट रहे कैदी मोबाइल को कोड़वर्ड में कबूतर कहते हैं| जेल में मोबाइल का खुलास होने के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और प्रशासन ने इसे रोकने के लिए जेल में सर्चिंग अॉपरेशन चलाया जिसके अन्तर्गत कैदियों के पास से लगभग 650 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक जेल प्रशासन के फ्लाइंग स्क्वॉड ने यह अपने आप में ऐतिहासिक माना है, क्योंकि इससे पहले कभी भी तिहाड़ जेल से इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल फोन बरामद नहीं किए गए हैं। जेल से जुड़े सूत्रों का कहना है कि तिहाड़ की तीनों जेलों में से तिहाड़ और मंडोली जेल से सबसे अधिक बरामदगी की गई है। खुलासा यह भी हुआ कि जेल में 3जी नेटवर्क के लिए जैमर लगाए गए थे, जो अब बेकार हो चुके हैं। दूसरी ओर जेल के कैदी 4जी नेटवर्क वाले मोबाइल फोन का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं।
जेल में कैदियों द्वारा फोन के इस्तेमाल करने वाली सफलता के पीछे का राज जेल स्टाफ के साथ मिला जुला गठजोड़ बताया जा रहा है| खुलासा हुआ है कि फोन टैपिंग से बचने के लिए कुछ कैदी नॉर्मल कॉलिंग की जगह वॉट्सऐप कॉलिंग का इस्तेमाल करते हैं। अधिक जानकारी के अनुसार इस मामले पर तिहाड़ जेल के अडिशनल आईजी राजकुमार का कहना है कि फोन के इस्तेमाल को रोकने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है और शक के दायरे में आने वाले जेल कर्मचारियों की जाँच पडताल करके पकड़े जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा रही है |