आज देश की समाजों में कुछ मोक्षमार्ग की प्रथम साधना के अभ्यासी उत्कृष्ट साधक (क्षुल्लक-क्षुल्लिका) लग्जरी गाडियों में बैठकर बिहार कर रहे हैं जो कि आगमनुसार अनुचित है |दातार के लिए ऐसा दान किस काम का जो आगम में ग्रहण लगा दे और एक मोक्षमार्गी के लिए मोक्षमार्ग को बाधक बना दे साथ ही साथ स्वयं को जीव हत्याओं का दोषी भी बना दे |ऐसे दातार विचार करें जो एक मोक्षमार्गी त्यागीव्रती को लग्जरी गाडियाँ उपलब्ध कराते हैं और वह स्वयं की वाह-वाही के लिए फूले नहीं समाते हैं लेकिन वह एक साथ 3-3 दोषों के दोषी व पापी हैं | यह एक ऐसा पाप है जो मन्दिरों में कृत पापों से भी भयानक है जिसका भुगतान आज नहीं तो कल बिगड़ी संतानों के रूप में भुगतना ही पड़ेगा क्योंकि आपने एक मोक्षमार्गी के मार्ग को बिगाड़ा है | “जागो और सिद्धाँत को पहचानों” -पी.एम.जैन (Paras Punj)