केजरीवाल सरकार ने धनतेरस व दीपावली की पूर्व संध्या पर दिया सिग्नेचर ब्रिज का तोहफ़ा
दिल्ली वासियों के साथ- साथ दिल्ली आने -वाले यात्रियों को भी मिलेगी “माथा ठोंक जाम” से मुक्ति -पी.एम.जैन
नई दिल्ली -4 नवम्बर!! केजरीवाल सरकार ने भगवान राम के वनवास से वापिस वाले दिनों यानी धनतेरस व दीपावली की पूर्व संध्या पर ही सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन करके दिल्ली वासियों को सिग्नेचर ब्रिज जैसा राहत भरा उपहार दे दिया है|
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने चुनौतियों से जूझते हुए भी सिग्नेचर ब्रिज तैयार कराने में सच्ची दिलचस्पी दिखाई ! जिसके सुपरिणाम से दिल्ली वासियों को दिन-रात के लगने वाले “माथा ठोक जाम” से मुक्ति मिलेगी |
सिग्नेचर ब्रिज का मुख्य आकर्षण उसका मुख्य पिलर है जिसकी ऊँचाई 154 मीटर है| पिलर के ऊपरी भाग में चारों तरफ शीशे लगाए गये हैं लिफ्ट के जरिए जब लोग यहाँ पर पहुँचेंगे तो उन्हें दिल्ली का टॉप व्यू देखने को मिलेगा जोकि दिल्ली में किसी भी इमारत की ऊँचाई से अधिक होगा यानी कुतुबमीनार से अधिक ऊँचा है |
यह ब्रिज पर्यटकों के लिए एक खास आकर्षण का केंद्र बनेगा| ब्रिज पर 15 स्टे केबल्स हैं जो बूमरैंग आकार में हैं| ब्रिज का 350 मीटर भाग बगैर किसी पिलर के रोका गया है| ब्रिज की कुल लम्बाई 675 मीटर चौड़ाई 35.2 मीटर है|
यमुना नदी पर बना यह सिग्नेचर ब्रिज उत्तर पूर्वी दिल्ली को करनाल बाई पास रोड से जोड़ेगा| इस ब्रिज के बन जाने से उत्तर-पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार गोकुलपुरी भजनपुरा और खजूरी की तरफ से मुखर्जी नगर, तिमारपुर, बुराड़ी और आजादपुर जाने वाले लोगों को “माथा ठोंक जाम” से बड़ी राहत मिलेगी|जो व्यक्ति दिन-प्रतिदिन वजीराबाद पुल के माध्यम से अपना सफर करते हैं और आधा से एक -डेढ घंटे का समय उन्हें जाम में फँसने पर लग जाता है अब उनका यह सफर मिनटों में तैय हो जायेगा|